इस विश्व कप के लिए स्टील सिटी के नाम से मशहूर राउरकेला में आदिवासी क्रांतिकारी बिरसा मुंडा के नाम पर स्टेडियम का खासतौर से निर्माण किया गया है.
इंटरनेशनल ओलंपिक कमिटी की वेबसाइट के मुताबिक बिरसा मुंडा अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम भारत का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम है. इसके निर्माण के लिए सरकार ने 120 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया था.
इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन ने हॉकी विश्व कप के आयोजन के लिए दो स्टेडियम की अनिवार्यता रखी थी. जिसे देखते हुए बिरसा मुंडा इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम का निर्माण किया गया.बिरसा मुंडा स्टेडियम में वेल्स और न्यूज़ीलैंड की पुरुष हॉकी टीम का मैच भी हुआ
इसमें एक सुरंग बनाई गई है जो ड्रेसिंग रूम और स्टेडियम परिसर के भीतर बनी प्रैक्टिस पिच को जोड़ती है. प्रैक्टिस पिच के आसपास ही एक अलग फिटनेस सेंटर और हाइड्रोथेरेपी पूल बनाया गया है.
पहले स्टेडियम के तौर पर भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम को रखा गया है. बिरसा मुंडा स्टेडियम में वेल्स और न्यूज़ीलैंड की पुरुष हॉकी टीम का मैच भी हुआ.
कुछ मैच भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम और कुछ राउरकेला के बिरसा मुंडा इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम में आयोजित होंगे.
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कलिंगा स्टेडियम में पांच दिसंबर को हॉकी विश्व कप के लिए ट्रॉफ़ी का उद्घाटन किया.