बीरेंद्र कुमार झा
लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन इंडिया एलाइंस को एक और झटका लगा है। नेशनल कांफ्रेंस ने शुक्रवार को कहा है कि वह जम्मू कश्मीर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी)के साथ सीट शेयरिंग के समझौते पर सहमत नहीं होगी।गौरतलब है कि दोनों दल कांग्रेस के साथ राष्ट्रीय स्तर पर बने इंडिया एलायंस के गठबंधन का हिस्सा है। नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने पीडीपी पर तंज करते हुए कहा कि मैं आपको बताया है कि जो पार्टी तीसरे नंबर पर है, उसे सीट मांगने का कोई अधिकार नहीं है।अगर मुझे इंडिया अलायंस में शामिल होने से पहले यह बताया गया होता कि हमें दूसरों के लिए खुद को कमजोर करना होगा तो मैं कभी इसमें शामिल ही नहीं होता।
पीडीपी जम्मू कश्मीर में अकेले चुनाव लड़ने की बना रही योजना
हाल ही में पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि उनकी पार्टी चुनाव अकेले लड़ने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा था कि पीडीपी जम्मू कश्मीर के पांच और लद्दाख की एक सीट पर कैंडिडेट का फैसला करेगी।पीडीपी के सोहेल बुखारी ने कहा कि चूंकि नेशनल कांफ्रेंस ने पहले ही अकेले चुनाव लड़ने पर फैसला ले लिया है।उन्होंने कहा कि हम लोग इस पर चर्चा करेंगे। विचार विमर्श होने के बाद जल्दी ही एक्शन लिया जाएगा।
नेशनल कांफ्रेंस जम्मू काश्मीर अकेले लड़ेगी चुनाव
नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जहां तक सीट की बात है, तो हम यह साफ कर देना चाहते हैं कि हम यहां अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे।इस पर कोई भी सवाल नहीं होना चाहिए।वहीं उमर अब्दुल्ला ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि ऐसा भी कोई परिदृश्य नहीं है कि नेशनल कांफ्रेंस बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन का हिस्सा हो। नेशनल कांफ्रेंस के इंडिया एलायंस से हटने की अटकलें से जुड़े सवाल पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मैं यह साफ कर देना चाहता हूं कि एनडीए के लिए कोई भी खिड़की यहां तक की एक छोटा सा क्रैक भी नहीं है। हमारा उनके साथ शामिल होने की कोई संभावना नहीं है।
2019 के लोकसभा चुनाव की स्थिति
2019 ईस्वी में जम्मू कश्मीर में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने जम्मू कश्मीर की तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी। तब उसे कुल 46% से भी अधिक वोट हासिल हुए थे। वहीं नेशनल कांफ्रेंस के खाते में भी जम्मू कश्मीर में तीन सीट आई थी।कांग्रेस को 28% वोट जरूर मिले, लेकिन वह वहां कोई भी सीट हासिल करने में कामयाब नहीं हो सकी थी। इसके अलावा पीडीपी को भी पिछले लोकसभा चुनाव में जम्मू कश्मीर में एक भी सीट हासिल नहीं हो सका था।