बीरेंद्र कुमार झा
अरुणाचल प्रदेश पर चीन के दावों की अमेरिका ने पोल खोल दी है। अमेरिका ने कहा है कि अरुणाचल प्रदेश चीन का नहीं है। एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि चीनी सेना बार-बार अरुणाचल प्रदेश को ‘चीन के क्षेत्र का अंतर्निहित हिस्सा’ कहती है, लेकिन अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देता है।अधिकारी ने कहा कि अमेरिका वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पार किसी भी तरह के चीनी दावों का कड़ा विरोध करता है।
अरुणाचल मुद्दे पर अमेरिका भारत के पक्ष में,चीन के दावे को किया खारिज
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अरुणाचल प्रदेश के मामले में भारत का साथ देते हुए अमेरिका ने चीन को कड़ी फटकार लगाई है। अमेरिका ने कहा कि हम अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देते हैं और एलएसी के पार चीन के दावे को गलत ठहराते हैं।बाइडेन सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हम चीन के एकतरफा प्रयास का दृढ़ता से विरोध करते हैं।
पीएम मोदी के दौरे पर चीन ने किया था विरोध
दरअसल, हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अरुणाचल प्रदेश दौरे के बाद चीन ने अरुणाचल को अपना हिस्सा बताया था, जिसके बाद अमेरिका ने चीन को फटकारा है। इस सप्ताह की शुरुआत में चीन रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल झांग जिया ओगांग ने कहा था कि अरुणाचल प्रदेश चीन का हिस्सा है, बीजिंग कभी भी भारत के अरुणाचल प्रदेश को मान्यता नहीं देता है।चीन अरुणाचल प्रदेश को ‘जंगनान’ के नाम से मान्यता देता है।चीनी प्रवक्ता के बयान के बाद अब अमेरिका की तरफ से यह बयान आया है।
अरुणाचल मुद्दे पर भारत ने क्या कहा
चीन के प्रवक्ता के बयान के बाद भारत ने भी कड़ाई से इसका विरोध किया था।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने मंगलवार को चीन के दावे को ‘बेतुका’ बताते हुए खारिज किया था। उन्होंन भारत की बात को दोहराते हुए कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा।भारतीय प्रवक्ता ने कहा कि इस संबंध में आधारहीन तर्क दोहराने से ऐसे दावों को कोई वैधता नहीं मिलती है।अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा।अरुणाचल के लोग भारत सरकार के विकास कार्यक्रमों और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं से लाभान्वित होते रहेंगे।