बीरेंद्र कुमार झा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के बाद सियासत और तेज हो गई है। हर कोई एक ही सवाल पूछ रहा है कि दिल्ली में सरकार कैसी चलेगी?लेकिन लगता है कि अरविंद केजरीवाल ने जेल से सरकार चलाने का नया तरीका इजाद कर लिया है। इसका एक नजारा मंगलवार को देखने को मिला।मंगलवार को अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल पूरे एक्शन में नजर आईं। अरविंद केजरीवाल की तरह रामलीला मैदान से राजनीति में एंट्री ले चुकी सुनीता केजरीवाल ने पहली बार बिना मुख्यमंत्री का दर्जा प्राप्त किए ही दिल्ली के आम आदमी पार्टी के विधायकों और मंत्रियों के साथ बैठक की। मंगलवार को उनसे मुलाकात करने के लिए आम आदमी पार्टी के विधायक और मंत्री मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे।
दिल्ली सरकार के सभी मंत्री और आप विधायक सुनीता केजरीवाल के साथ
70 सदस्य दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के 62 विधायक हैं आठ विधायक भारतीय जनता पार्टी के हैं।सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आम आदमी पार्टी के सभी विधायक और मंत्री ने मंगलवार को सुनीता केजरीवाल से मुलाकात की है। हमने उन्हें आश्वस्त किया है की सभी विधायक और मंत्री उनके साथ हैं। हमने उनसे यह मैसेज अरविंद केजरीवाल जी को जेल तक पहुंचाने के लिए भी कहा है।
किसी भी कीमत पर इस्तीफा नहीं दें केजरीवाल
आम आदमी पार्टी के विधायकों ने सुनीता केजरीवाल से मुलाकात के दौरान कहा कि दिल्ली की 2 करोड़ जनता अरविंद केजरीवाल के साथ खड़ी है। अरविंद केजरीवाल किसी भी कीमत पर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा न दें और जेल से ही दिल्ली की सरकार चलाएं।
केजरीवाल के जेल से दिल्ली की सरकार चलाने की कार्यशैली
किसी मुख्यमंत्री द्वारा जेल से सरकार चलाने या ना चलाने को लेकर संविधान में भले ही विस्तृत रूप से कुछ नहीं लिखा गया हो, लेकिन पुलिस और जेल मैन्युअल में कई बातें ऐसी हैं जिससे जेल में रहकर सीधे-सीधे सरकार चलाना संभव नहीं है। ऐसे में अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी द्वारा तिहाड़ जेल से सरकार चलाने की नई तरकीब ढूंढी गई।जेल से सरकार चलाने वाली इस नई तरकीब की कार्यशैली के बाबत दिल्ली सरकार के मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता विधायक और मंत्री सीधे अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल से मुखातिब होंगे और उनके निर्देशानुसार कार्य करेंगे।पार्टी के विधायकों और मंत्रियों के साथ होने वाली बातचीत को सुनीता केजरीवाल जी जेल में अरविंद केजरीवाल को बताएंगी और अरविंद केजरीवाल उनकी बातों को सुनकर जो प्रतिक्रिया देंगे, उससे सुनीता जी दिल्ली सरकार के मंत्रियों और विधायकों को अवगत कराएगी।इस प्रकार जेल में रहते हुए भी अरविंद केजरीवाल मजे से दिल्ली की सरकार तबतक चलाते रहेंगे, जबतक की उनकी जमानत नहीं हो जाती है और वे जेल से छूटकर वापस नहीं आ जाते हैं।गौरतलब है की जेल में सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात करने की मंजूरी है, ऐसे में सुनीता केजरीवाल आसानी से विधायकों और मंत्रियों के साथ हुई बातचीत को अरविंद केजरीवाल तक और अरविंद केजरीवाल से मिले दिशा निर्देश को दिल्ली सरकार के मंत्रियों तक पहुंचा सकती हैं।
केजरीवाल के बाद आप के और कई मंत्रियों और विधायकों को बीजेपी करवा सकती है गिरफ्तार
आम आदमी पार्टी के विधायकों और मंत्रियों की सुनीता केजरीवाल से मुलाकात के कुछ ही घंटे पहले दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने दावा किया कि बीजेपी उनके अलावा सौरभ भारद्वाज, एमपी राघव चड्ढा और विधायक दुर्गेश पाठक को गिरफ्तार करवा सकती है। हालांकि दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इन आरोपों को निराधार बताया।लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अरविंद केजरीवाल समेत पूरी आम आदमी पार्टी और उसके नेता शराब घोटाले में शामिल है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है ,आम आदमी पार्टी के नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं।ऐसे में जब ये अपराध में शामिल पाए जाएंगे तो इन सभी पर कारवाई भी होगी ही।
बीजेपी का आम आदमी पार्टी पर वार
सुनीता केजरीवाल के साथ आप विधायकों और दिल्ली सरकार के मंत्रियों की मुलाकात पर बीजेपी ने निशाना साधा है।गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि इनमें संवैधानिक नैतिकता तो बची नहीं है।जेल की सलाखों से सुनीता केजरीवाल के जरिए सरकार चलाना चाहते हैं, मतलब सीएम की कुर्सी से मोह है।