चक्रव्यूह // सुदर्शन चक्रधर
भाजपा को पार्टी विद अ डिफरेंस कहा जाता था, लेकिन अब यहां भी सब धान 22 पसेरी हो गए लगते हैं। आज इसी पार्टी के कुछ सांसदों व नेताओं का चरित्र, नैतिकता के चक्रव्यूह में फंसा हुआ दिखता है। सो, डर है कि कहीं इस चुनाव में भाजपा को उसके सांसदों व नेताओं द्वारा की गई ‘गंदी बात’ डुबो तो नहीं देगी? ….ऐसा हम इसीलिए कह रहे हैं, क्योंकि इन दिनों एक के बाद एक, भाजपा सांसदों की गंदी वाली सीडी वायरल हो रही है। इससे भगवा खेमे में हड़कंप मचा हुआ है।
अभी 10-15 दिनों पहले ही उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के भाजपा सांसद उपेंद्र सिंह रावत का रूसी महिला के साथ एक अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद उन्हें लोकसभा के टिकट से हाथ धोना पड़ा था। अब हरियाणा के सोनीपत से भाजपा सांसद रमेश कौशिक का एक तथाकथित अश्लील वीडियो वायरल होने से चरित्र की बातें करने वाली भाजपा में भूचाल आ गया है।
लोकसभा चुनाव से पहले वायरल हुई इस वीडियो क्लिप में सांसद रमेश कौशिक किसी महिला के साथ आपत्तिजनक अवस्था में दिखाई दे रहे हैं। सोशल मीडिया के कारण करीब 7 मिनट 35 सेकेंड का यह वीडियो देश भर में काफी तेजी से वायरल हो रहा है। हालांकि हम इस वीडियो क्लिप की सत्यता की पुष्टि नहीं करते।
सोनीपत के भाजपा सांसद रमेश कौशिक 67 साल के हैं। सोचिए, इस उम्र में ऐसा घिनौना काम….! क्या यही है भाजपाई जनप्रतिनिधियों का ईमान? बता दें कि यह वीडियो दो अक्टूबर का है, क्योकि वीडियो में एक न्यूज चैनल पर जोर-जोर से खबरें चल रही हैं, जिसमें कहा जा रहा है कि आज गांधी जयंती है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह वीडियो खुद महिला ने बनाया है।
वीडियो में हुई बातचीत से पता चलता है कि महिला को नौकरी के लिए कमरे में बुलाया गया है। इस दौरान सांसद कौशिक, उस महिला का नाम भी पूछते हैं। वीडियो में सांसद और महिला के बीच करीब 30 सेकेंड ही बातचीत होती है। इस बारे में सांसद रमेश कौशिक का कहना है कि यह उन्हें बदनाम करने की कोशिश है। उनके खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र रचा गया है। इस वीडियो से उनका कोई लेना-देना नहीं है। यह फेक वीडियो है।
अभी ये मामला सुर्खियों में था ही कि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कद्दावर भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ एक नाबालिग लड़की से यौन उत्पीड़न के आरोप में पॉस्को एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज हो गयी। इस एफआईआर के अनुसार, लड़की का यौन उत्पीड़न 2 फरवरी को उस समय हुआ, जब वह अपनी मां के साथ धोखाधड़ी के एक मामले में मदद मांगने के लिए येदियुरप्पा के पास गईं थीं। पीड़िता ने अपने ऊपर एक अन्य कथित यौन उत्पीड़न से संबंधित मामले में मदद मांगी थी। लेकिन पीड़िता के साथ मदद के स्थान पर गलत हो गया। एफआईआर में दावा किया गया है कि वरिष्ठ भाजपा नेता येदियुरप्पा ने पीड़िता को एक कमरे के अंदर खींचकर कथित तौर पर उसका यौन उत्पीड़न किया। तब पीड़िता कमरे से बाहर भागी और अपनी मां से की शिकायत कर दी। बहरहाल, येदियुरप्पा और भाजपा की बदनामी तो इससे हो ही गई।
वैसे किसी भी चुनाव से पहले नेताओं के चरित्रहनन की कोशिश होना आम बात है। विरोधी लोग और तत्व मौका मिलते ही चौका मारते ही हैं। वर्ष 1995 में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान गोरेगांव से भाजपा विधायक रहे खुशाल बोपचे का भी एक महिला के साथ आपत्तिजनक चित्र जारी हुआ था। तब भी उनकी और पार्टी की काफी किरकिरी हुई थी। इसी तरह से अनेक नेताओं के वीडियो या आपत्तिजनक चित्र वायरल हुए हैं।
वर्ष 2023 में अलीगढ़ में भाजपा सांसद सतीश गौतम का एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें वह अपनी ही पार्टी की महिला विधायक के कंधे पर हाथ रखकर बात करते नजर आ रहे हैं। इसके बाद विधायक को अपनी कुर्सी बदलनी पड़ी थी। वह दूसरी जगह जाकर बैठ गई थीं। जुलाई 2023 में मेरठ में भाजपा नेत्री का फर्जी अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने पर भाजपा पार्षद रवींद्र सिंह और रविंद्र नागर को पार्टी से निष्कासित किया गया था।
वहीं, 30 मार्च 2023 को त्रिपुरा विधानसभा में कथित तौर पर अपने मोबाइल फोन में अश्लील वीडियो देखने के आरोप में भाजपा के ही विधायक जदब लाल नाथ का प्रकरण मीडिया में छाया था। इन सबके अलावा बृजभूषण शरण सिंह का मामला तो सबको पता ही है कि महिला पहलवानों को उनके खिलाफ कई दिनों तक धरने पर बैठना पड़ा था। लेकिन उनका क्या हुआ? पार्टी ने उनका ही साथ दिया। अब देखना है कि भाजपा ऐसे कथित चरित्रवादी नेताओं-सांसदों के साथ आगे क्या करती है? या फिर वोट बैंक के लिए ऐसे ‘चरित्र’ वालों को बढ़ावा ही देती रहती है!
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