बीरेंद्र कुमार झा
लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी को एक और बड़ा झटका लग गया है।गुजरात में पार्टी के दिग्गज नेता और कार्यकारी अध्यक्ष अंबरीश डेर ने सोमवार को हाथ का साथ छोड़ दिया।इसके बाद उन्होंने मंगलवार को बीजेपी में शामिल होने की भी घोषणा कर दी।
कांग्रेस ने पार्टी पदों से 6 वर्षों के लिए डेर को हटाने की कही बात
कांग्रेस पार्टी छोड़ने की घोषणा करने से पहले गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष शक्ति सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पार्टी ने डेर को अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें 6 साल के लिए सभी पदों से हटा दिया है।गोहिल ने कहा कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की वजह से डेर के विरुद्ध यह एक्शन लिया गया है।गौरतलब है कि शक्ति सिंह गोहिल का यह बयान ऐसे समय पर आया जब गुजरात में लोकल टीवी चैनल पर यह खबर चल चुकी थी कि गुजरात में गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष कर पाटिल ने पूर्व विधायक डेर के घर पर जाकर अहमदाबाद में मुलाकात की थी।
बीजेपी ज्वाइन करेंगे डेर
गोहिल की ओर से कार्रवाई की बात कहे जाने के कुछ मिनट के बाद ही डेर ने अपने आवास पर पत्रकारों को बुलाया और कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि पार्टी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है। उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का ऐलान करते हुए कहा कि वह मंगलवार को बीजेपी के हेड क्वार्टर जाकर बीजेपी की सदस्यता लेकर नई पारी की शुरुआत करेंगे। डेर ने कहा पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस छोड़ने की मुख्य वजह यह है कि पार्टी नेताओं ने अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में जाने से इनकार किया है।
बीजेपी में जाना घर वापसी
46 वर्षीय पूर्व विधायक डेर ने कहा कि यह उनके लिए घर वापसी है, क्योंकि वे पहले भी बीजेपी में काम कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि कब कांग्रेस ने मुझे सस्पेंड किया, लेकिन मैंने अपना इस्तीफा दे दिया है।उन्होंने कहा कि उनका इस्तीफा हाई कमान को पहले ही फैक्स और ईमेल से पहुंच चुका था।उन्होंने कहा कि पाटिल उनके घर पर बीमार मां का हाल-चाल लेने आए थे। डेर ने कहा कि पाटिल से मुलाकात के बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला कर लिया था।
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा में कांग्रेस नेताओं के न जाने की वजह से छोड़ा कांग्रेस
राम मंदिर का जिक्र करते हुए डेर ने कहा कि 5 सालों के इंतजार के बाद जब आखिर वह दिन आया जब अयोध्या में इतना भव्य राम मंदिर बना तो कांग्रेस के नेताओं का प्राण प्रतिष्ठा के दिन 22 जनवरी को मंदिर नहीं जाने का फैसला ठीक नहीं था। मैंने उस वक्त भी यह मुद्दा उठाया था।मैं किसी की आलोचना नहीं कर रहा हूं। भगवान राम का सभी सम्मान करते हैं और एक राजनीतिक दल को सभी की श्रद्धा का सम्मान करना चाहिए। जब यह नहीं हुआ तो मैंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला कर लिया ।