बीरेंद्र कुमार झा
लोक सभा चुनाव को लेकर केंद्रीय जांच एजेंसियों को भी इस समय एक बड़ा मुद्दा बनाया जा रहा है।खासकर केंद्रीय एजेंसियों की जांच को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करती नजर आती है। इस बीच खुद पीएम मोदी ने इन आरोपों का जवाब दिया है।विपक्ष के इस आरोप को खारिज करते हुए सफाई दी।अपनी सफाई में उन्होंने साफ – साफ कहा कि एजेंसियां स्वतंत्र रूप से काम करती हैं।प्रधानमंत्री ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी)केवल विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही हैं।गौरतलब है कि झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी ने गिरफ्तार किया है, जिसके बाद विपक्ष ज्यादा हमलावर हो गया है
एजेंसियां स्वतंत्र रूप से काम करतीं हैं
तमिलनाडु में पीएम नरेंद्र मोदी ने मीडिया से होने वाली बातचीत में _कहा कि हम न तो जांच एजेंसियों के काम में बाधा डालते हैं और न ही उन्हें निर्देशित करते हैं। ये एजेंसियां स्वतंत्र रूप से अपना काम करतीं हैं। यही नहीं, इसका मूल्यांकन न्यायपालिका के पैमाने से किया जाता है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि ईडी की ओर से वर्तमान में जितने भी मामलों की जांच की जा रही है, उनमें से ‘3% से भी कम’ राजनीति से रिलेटेड हैं। ईडी के पास लगभग 7000 मामले हैं, जिनमें से 3% से भी कम में राजनेता का नाम शामिल है।
वर्तमान शासनकाल में 2200 करोड़ जब्त किये गये
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया के साथ हुई बातचीत में यह भी कहा कि उनके (विपक्ष के) 10 साल के शासन के दौरान जब्त की गई धनराशि केवल 35 लाख रुपये थी।वहीं दूसरी ओर, हमारे शासनकाल में 2200 करोड़ रुपए जब्त किये गये। विपक्ष के इस आरोप पर कि ये जांच में एजेंसियां केवल उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं जो सत्तारूढ़ बीजेपी से ताल्लुक नहीं रखते।इसपर पीएम मोदी ने कहा कि मामला शुरू करने के लिए जांच एजेंसी ईडी की प्रक्रिया वही होता है,चाहे सत्ता में कोई भी बैठा हो।
हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल को किया गया गिरफ्तार
गौरतलब है कि ईडी ने31 जनवरी को तत्कालीन झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कथित भूमि खनन घोटाले के सिलसिले में ईडी ने गिरफ्तार किया था। वहीं 21 मार्च को उत्पाद शुल्क नीति मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जांच एजेंसी ने गिरफ्तार कर लिया था।केजरीवाल फिलहाल ईडी की हिरासत में हैं।