विकास कुमार
गूगल और चुनाव आयोग के बीच आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर साझेदारी हुई है। गूगल गलत सूचना के प्रसार को रोकने और गलत कंटेंट को बढ़ावा देने से रोकने के लिए तैयार हो गया है और एआई से तैयार किए गए डाटा को भी रोकने के लिए गूगल ने भारत के चुनाव आयोग के साथ हाथ मिलाया है। गूगल इंडिया ने इसकी जानकारी अपने एक ब्लॉग में दी है।
गूगल इंडिया ने कहा है कि भारत में आगामी लोकसभा चुनाव के लेकर खास तैयारी की गई है। गूगल ने कहा है कि हम चुनाव आयोग के साथ मिलकर काम कर रहे हैं,ताकि लोगों को चुनाव और वोटिंग से संबंधित जानकारी अंग्रेजी और हिंदी दोनों में सटीक तौर पर मिल सके। गूगल ने कहा है कि हम एआई से तैयार किए गए कंटेंट को पहचान करने के तरीके भी लोगों को बताएंगे। इस तरह के मौके पर विज्ञापनदाता एआई का गलत इस्तेमाल करते हैं,लेकिन गूगल यह सुनिश्चित करेगा कि लोगों को अधिक पारदर्शिता के साथ जानकारी मिले।
गूगल की विज्ञापन नीतियां पहले से ही लोगों को गुमराह करने के लिए हेरफेर किए गए मीडिया के इस्तेमाल पर रोक लगाती हैं, जैसे डीपफेक या छेड़छाड़ की गई सामग्री। गूगल ने कहा कि वह एआई से तैयार किए गए कंटेंट को यूट्यूब पर पहले से ही लेबल करना शुरू कर दिया है। गूगल ने हाल ही में कोलिशन फॉर कंटेंट प्रोविनेंस एंड ऑथेंटिसिटी के साथ साझेदारी की है। गूगल और चुनाव आयोग के बीच समझौते से फर्जी कंटेंट पर रोक लगेगी और सोशल मीडिया पर फेक स्टोरी पर नकेल कसना आसान होगा।