बीरेंद्र कुमार झा
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार का आज कैबिनेट विस्तार होना है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पांच नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है। इस कैबिनेट विस्तार में भी बीजेपी ने सामाजिक समीकरणों का पूरा ख्याल रखा है।इसके अलावा पूर्वांचल से लेकर पश्चिम तक का बैलेंस भी इसमें दिखेगा। इस लिस्ट में पहला नाम ओमप्रकाश राजभर का है और दूसरे नंबर पर आरएलडी के अनिल कुमार हैं, जो मुजफ्फरपुर जिला के पुरकाजी विधानसभा सीट से विधायक हैं। इसके अलावा पिछड़ा वर्ग के नेता दारा सिंह चौहान को भी कैबिनेट में जगह मिलेगी। चर्चा है कि मुख्यमंत्री योगी के करीबी रहे महेंद्र सिंह को भी मंत्री बनाया जा सकता है, वे योगी आदित्य नाथ के पिछले कार्यकाल में भी कृषि मंत्री थे।हालांकि उनके नाम की अब तक पुष्टि नहीं हो पाई है।
सबसे बड़े मार्जिन से जीतने वाले विधायक की मंत्रिमंडल में प्रवेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंगलवार को हो रही मंत्रिमंडल विस्तार में गाजियाबाद जिला के साहिबाबाद सीट से निर्वाचित विधायक सुनील शर्मा को भी मंत्री बनाया जा सकता है।ये ब्राह्मण चेहरा हैं और वे तीसरी बार के विधायक हैं।साहिबाबाद से ये लगातार दूसरी बार साहिबाबाद से जीते हैं। उन्होंने 2022 के चुनाव में प्रदेश में सबसे बड़ी जीत हासिल की थी।वे 2 लाख 14 हजार से ज्यादा वोटो के अंदर से विजयी हुए थे। यह देश के चुनावी इतिहास में किसी भी विधायक की तरफ से हासिल की गई सबसे बड़ी जीत थी। इससे पहले भी उन्होंने 2017 में अमरपाल शर्मा को करीब डेढ़ लाख मतों से हराया था।ब्राह्मण समुदाय से आने वाले सुनील शर्मा की पहचान एक अच्छे वक्ता के तौर पर रही है। 2007 में भी वे गाजियाबाद सदर सीट से विधायक चुने गए थे।
मंत्रिमंडल विस्तार से सामाजिक समीकरण साधकर लोकसभा चुनाव में भी लाभ उठाने का होगा प्रयास
योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्रित्व वाली बीजेपी की सरकार के आज होने वाले मंत्रिमंडल के इस विस्तार में लोकसभा चुनाव 2924 की सन्निकटता को ध्यान में रखते हुए सामाजिक समीकरणों को भी साध रही है। एक तरफ दारा सिंह चौहान और ओपी राजभर जैसे अति पिछड़े नेता मंत्रिमंडल में होंगे, तो वही राजपूत समाज के अनिल कुमार और ब्राह्मण नेता सुनील शर्मा को भी मौका मिलेगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार मंत्री बनने वाले नेताओं को फोन कॉल पहुंचने लगा है और कुछ ही समय में इसका अधिकारीक ऐलान भी हो सकता है।गाजियाबाद जिला से फिलहाल कोई अन्य नेता मंत्री नहीं है ।योगी आदित्यनाथ के पहले कार्यकाल में यहां से अतुल गर्ग मंत्री थे,लेकिन इस बार उन्हें मौका नहीं मिला, ऐसे में लंबे समय से यह कयास लगाया जा रहा था कि जिला के किसी नेता को फिर से कैबिनेट में हिस्सेदारी मिल सकती है।