बीरेंद्र कुमार झा
असम पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एस टी एफ) ने भारत बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के दो कैडरों को गिरफ्तार किया है। लोकसभा चुनाव से पहले यह एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। पुलिस ने कहा कि आईएसआईएस आतंकी धुबरी जिले के पास बांग्लादेश से भारत में दाखिल हुए और वह राज्य में कुछ बड़ा धमाका करने की योजना बना रहे थे। पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किए गए आतंकियों में आईएसआईएस इंडिया का प्रमुख हैरिस फारूकी और उसका एक सहायक शामिल है।
खुफिया जानकारी के आधार पर हुई गिरफ्तारी
असम एसटीएफ के महानिदेशक आईपीएस पार्थ सारथी महंत ने कहा कि सहयोगी एजेंसी से जानकारी मिली थी कि भारत में आईएसआईएस के दो टॉप लीडर पड़ोसी देश बांग्लादेश में डेरा डाले हुए हैं और वह कुछ बड़ा कांड करने के लिए धुबरी सेक्टर से भारत में प्रवेश करेंगे।महंत ने कहा कि सूचना मिलते ही उन्होंने एक विशेष टीम का गठन किया और तलाशी अभियान चलाया। आईजीपी पार्थसार्थी महंत के नेतृत्व में अतिरिक्त एसपी कल्याण कुमार पाठक और अन्य अधिकारियों के साथ एसटीएफ की टीम ने ऑपरेशन को अंजाम दिया। स्थानीय पुलिस ने भी इसमें मदद की।
असम के धर्मशाला क्षेत्र से गिरफ्तार हुए दोनों आतंकी
एक बयान में असम पुलिस के प्रमुख जनसंपर्क अधिकारी प्रणव ज्योति गोस्वामी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर विशेष कार्य बल ने दोनों को धर्मशाला क्षेत्र से पकड़ा है बाद में दोनों को गुवाहाटी के एसटीएफ कार्यालय लाया गया। उन्होंने कहा कि उन दोनों की पहचान पक्की है और यह पाया गया है कि आरोपी हरीश फारूकी उर्फ हैरिस अजमल फारूकी देहरादून के चकराता का निवासी है और यह भारत में आईएसआईएस का प्रमुख है।उन्होंने कहा कि उसका साथी और पानीपत निवासी अनुराग सिंह उर्फ रेहान इस्लाम अपना चुका है। उसकी पत्नी बांग्लादेशी नागरिक है।
कट्टरपंथी घटनाओं के सिलसिला में कई राज्यों की पुलिस को है इसकी तलाश
असम पुलिस प्रमुख के जनसंपर्कअधिकारी के बयान में कहा गया है की दोनों के मन में कट्टरपंथ भरा पड़ा है उसे देखकर और ये भारत में आईएसआईएस के उत्साही नेता हैं।इनलोगो ने भर्ती, आतंक के वित्त पोषण तथा भारत में विभिन्न स्थानों पर आईईडी के मार्फत आतंकी हरकतों को अंजाम देने की कोशिश के जरिए भारत में आईएसआईएस के मकसद को आगे बढ़ाया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों के खिलाफ एनआईए दिल्ली, एटीएस और लखनऊ एवं अन्य स्थानों पर कई मामले लंबित हैं। उन्होंने कहा कि असम का एसटीएफ आरोपियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई के वास्ते उन्हें इन दोनों को आईएनए को सौंप देगा।