बीरेंद्र कुमार झा
नरेंद्र मोदी ने अरुणाचल प्रदेश में दुनिया की सबसे लंबी टू लेन टनल देश को समर्पित कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सुरंग की नींव 2019 ईस्वी में रखी थी।लगभग 825 करोड़ की लागत से सुरंग को बनाने में 4 साल का वक्त लगा है। गौरतलब है कि इस प्रोजेक्ट में दो सुरंग शामिल है।चीन से जारी तनाव के बीच इस सुरंग को बेहद अहम माना जा रहा है। इस टनल की वजह से तेजपुर से तवांग की यात्रा का समय कम से कम एक घंटा कम हो जाएगा।गौरतलब है कि इस सुरंग की मदद से हर मौसम में कनेक्टिविटी बनी रहेगी। आमतौर पर सर्दियों में भारी बर्फबारी के वक्त सेला दर्रा कई महीने बंद रहा करता था। सेला सुरंग चीन सीमा के बेहद करीब है। ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से यह सुरंग काफी अहम है। इतनी ऊंचाई पर बनाई गई यह दुनिया की सबसे लंबी डबल लाइन सुरंग है। सुरंग की ऊंचाई 13000 फीट है।
सेना को थी ऐसी सुरंग की जरूरत
चीन की सीमा पर तैनात सैनिकों के लिए यह सुरंग काफी फायदेमंद होने जा रहा है। दरअसल बर्फबारी के वक्त बालीपारा- हरिद्वार- तवांग मार्ग कई महीने तक बंद रहा करता था।ऐसे में सेना को भी असुविधा का सामना करना पड़ता था। अब हर मौसम में सेना की आवाजाही सुनिश्चित हो सकेगी। पहली सुरंग 980 मीटर तक ही लंबी है,वहीं दूसरी सुरंग 1555 मीटर लंबी है। यह ट्विन ट्यूब टनल है।
एलएसी पर सैनिकों को भारी हथियार पहुंचाने और तत्काल मदद भेजने में भी करेगा
मदद
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इस सुरंग की वजह से तवांग के जरिए चीन सीमा तक पहुंचने का रास्ता 10 किलोमीटर कम हो जाएगा।इसके अलावा असम के तेजपुर और अरुणाचल के तवांग में सेना के चार कोर मुख्यालयों के बीच की दूरी भी काफी कम हो जाएगी। यह सुरंग एलएसी पर सैनिकों को भारी हथियार पहुंचाने और तत्काल मदद भेजने में भी मदद करेगी।
यह सुरंग चीन को दे रहा कड़ा संदेश
यह सुरंग अरुणाचल प्रदेश के कार्मेंग जिला में बनी है। आपात स्थिति के लिए सुरंग में इसकेप ट्यूब भी लगाया गया है।इसके अलावा दोनों सुरंग के बीच 1200 मी रोड है। दोनों ही सुरंग सेना के पश्चिमी हिस्से में स्थित दो पहाड़ियों से होकर गुजरता है।2019 ईस्वी में पीएम नरेंद्र मोदी ने ही इस सुरंग की नींव रखी थी।लेकिन कोविड के वजह से इसके उद्घाटन में देरी हुई है।गौरतलब है कि 1962 के युद्ध में चीन के सैनिक इसी क्षेत्र में भारतीय सेन के साथ भिड़े थे। चीन ने तवांग क्षेत्र पर कब्जा भी जमा लिया था, अब यह सुरंग चीन को काफी कड़ा संदेश दे रहा है।