बीरेंद्र कुमार झा
नक्सली संगठन संविधान पर विश्वास नहीं करते हैं और वे समाज को अपने ढंग से चलाना चाहते हैं।यही कारण है कि अक्सर नक्सली संगठनों द्वारा चुनाव वहिष्कार की बातें की जाती है।झारखंड में भी नक्सली संगठनों द्वारा चुनाव वहिष्कार करने की बातें सामने आ रही है।हालिया घटना में लोकसभा चुनाव 2024 से पहले चुनाव बहिष्कार के बैनर के साथ झारखंड के पलामू जिले की पुलिस ने एक माओवादी समर्थक को गिरफ्तार किया है। छतरपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नौशाद आलम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुधवार को यह जानकारी दी है।
माओवादी समर्थक के पास मिला चुनाव बहिष्कार का बैनर
पलामू जिले के पिपरा थाना क्षेत्र से माओवादी समर्थक के पास से एक बैनर मिला है, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिय है। गिरफ्तार माओवादी समर्थक को जेल भेज दिया गया है।छतरपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नौशाद आलम ने बताया कि पलामू की एसपी आर रमेशन एवं विशेष शाखा को मिली गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई।
बनाही गांव के पंकज प्रजापति ने घर में रखे थे नक्सलियों के पोस्टर
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नौशाद आलम ने बताया कि एसपी को सूचना मिली थी कि माओवादी नक्सली संगठन के सक्रिय सदस्य पिपरा थाना क्षेत्र के बनाही गांव के पंकज प्रजापति ने आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने संबंधी नक्सली समर्थक पोस्टर तैयार करके माओवादी संगठन को देने के लिए अपने घर में रखा है।
पीले रंग के थैले में मिला लाल रंग का बैनर
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने बताया की पिपरा थाना प्रभारी विमल कुमार के साथ पंकज प्रजापति के बनाही स्थित घर पर छापामारी की गयी।वहां एक थैले में लाल रंग का कपड़ा मिला। दरअसल, यह एक बैनर था, जिस पर माओवादी संगठन ने चुनाव के बहिष्कार करने की अपील करने की बात लिखी थी।
18वीं लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की की गई थी अपील
बैनर पर लिखा था- 18वीं लोकसभा चुनाव का आम जनता बहिष्कार करे और जनता की नई जनवादी राज्य कायम करें। जल जंगल जमीन पर अपना हक कायम करना है, तो मजदूर किसानों का अपना राज बनाना होगा। भ्रष्टाचारमुक्त व्यवस्था बनाना है, तो मौजूदा भ्रष्ट व्यवस्था को ध्वस्त कर क्रांतिकारी जन कमेटी जनता के सरकार का गठन करने की बात लिखे 7 बैनर के साथ एक की-पैड वाला मोबाइल फोन भी बरामद हुआ।
औरंगाबाद के माओवादी राजेंद्र के कहने पर बनाए थे पोस्टर
उन्होंने बताया की बैनर के संबंध में आरोपी पंकज से पूछताछ की गई, तो उसने कई जानकारी दी।उसने बताया कि बिहार के औरंगाबाद के माली थाना के सोरी गांव के माओवादी राजेंद्र सिंह के कहने पर उसने ये बैनर बनवाये थे।सभी सामग्री माओवादी राजेंद्र सिंह को सौंपने थे।
पिपरा थाना में दर्ज हुई नामजद प्राथमिकी
एसडीपीओ नौशाद आलम ने बताया की प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन का सदस्य होना और चुनाव बहिष्कार करने के उद्देश्य से बैनर बनवाकर रखना संज्ञेय अपराध है। इसलिए आरोपी पंकज प्रजापति और राजेंद्र सिंह के विरुद्ध पिपरा थाना में लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 17 सीएलए एक्ट, 13 यूएपी एक्ट एवं अन्य धाराओं के तहत नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है।