बीरेंद्र कुमार झा
गाजीपुर स्थित मोहम्मदाबाद यूसुफपुर में शनिवार को मुख्तार अंसारी को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। यहां यूसुफपुर के कालीबाग कब्रिस्तान उसकी कब्र बनी है।मुख्तार अंसारी के जनाजे में अफजाल अंसारी के साथ उमर अंसारी और मुख्तार अंसारी का पूरा परिवार वहां मौजूद था।जब मुख्तार का शव पैतृक आवास से घर लाया जा रहा था, उस वक्त वहां परिवार और समर्थक मौजूद रहे।
पूर्व मंत्री समेत समाजवादी पार्टी के कई नेता हुए जनाजे में शामिल
मुख्तार अंसारी को शनिवार को सुबह करीब 10.35 बजे यूसुफपुर के कालीबाग कब्रिस्तान में दफन कर दिया गया।उसकी कब्र उसके माता-पिता के बगल में बनी है।उसके जनाजे में बड़ी संख्या में समर्थक पहुंचे थे।इस दौरान पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी और कई सपा नेता शामिल हुए।सुबह करीब 9.25 बजे मुख्तार अंसारी का जनाजा निकला।वहां पुलिस बल और सुरक्षा एजेंसियां लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुई थी।अंसारी के आवास से करीब आधा किलोमीटर दूर कालीबाग कब्रिस्तान तक सुरक्षा घेरा बनाया गया था।
बांदा से मुख्तार का शव पहले युसुफपुर स्थित उसके पैतृक निवास लाया गया
इससे पहले मुख्तार अंसारी के शव को गाजीपुर जिले के मोहम्दाबाद यूसुफपुर स्थित उसके पैतृक निवास पर शुक्रवार की देर रात को लाया गया।मुख्तार के शव को उसके छोटे बेटे उमर अंसारी, बहू निकहत अंसारी और दो चचेरे भाइयों के सुपुर्द किया गया था। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस अधिकारियों की 24 गाड़ियां काफिले में हैं और दो गाड़ियां अंसारी के परिवार की थी।
चप्पे-चप्पे पर तैनाती
जनाजे के दौरान पुलिस, पीएसी (प्रादेशिक आर्म्ड कांस्टेबुलरी) और अर्धसैनिक बलों के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात रही।एक स्थानीय नागरिक ने बताया कि कालीबाग में ही अंसारी परिवार के लोगों को दफनाया जाता रहा है और मुख्तार को दफनाने के लिए उनके माता-पिता की कब्र के पास गड्ढा बनाया गया था।
बड़ा बेटा अब्बास और पत्नी आफसां को नही नसीब हुआ मुख्तार का आखरी दीदार
मुख्तार अंसारी को गाजीपुर के काली बाग कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया। इस दौरान मुख्तार के अंतिम दर्शन के लिए भारी भीड़ उम्र पड़ी,लेकिन बीवी आफसां अंसारी और बड़े बेटे विधायक अब्बास अंसारी को उनका आखरी दीदार नहीं हो सका। फरार चल रही ,75000 की इनामी आफसां को गिरफ्तारी का डर है तो अब्बास अंसारी को कोर्ट से इजाजत नहीं मिल सकी। अब्बास के बारे में मुख्तार के भतीजे विधायक सुहैब अंसारी ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी थी कि अब्बास ने अपने पिता की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रूख किया था, लेकिन सुनवाई नहीं हो सकी। पिता की मौत की खबर मिलने के बाद से जेल में अब्बास का बुरा हाल है।अब्बास ने अपने बैरक में पूरी रात फूट कर रोते हुए गुजारी ।उधर आफसां अंसारी के पति के जनाजे में पहुंचने की आशंका में गाजीपुर की पुलिस काफी अलर्ट थी।इसकी जानकारी मिलने की वजह से आफसां अपने पति मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार में भी शामिल होने नहीं आई।
दिल का दौरा पड़ने से हुई मुख्तार की मौत
गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी को गुरुवार को तबीयत बिगड़ने के बाद बांदा जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई थी।मुख्तार के परिजनों ने अंसारी को जेल में धीमा जहर देने का आरोप लगाया था। हालांकि, अंसारी के पोस्टमॉर्टम से इस बात की पुष्टि हुई है कि उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई।