बीरेंद्र कुमार झा
हरियाणा की राजनीति में आज एक बड़ा उलटफेर हुआ। सबसे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा राज्यपाल बंजारू दत्तात्रेय को सौंप दिया।राज्यपाल बंजारू दत्तात्रेय ने इनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। इसके बाद आज शाम नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इन्हें राज्यपाल बंजारू दत्तात्रेय ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ ही आज राजभवन में अन्य पांच मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली।
मां पंजाबी, पिता हरियाणवी, बिहार और यूपी से की पढ़ाई,अब सीएम बने नायब सिंह सैनी
नायब सिंह का जन्म हरियाणा में अंबाला के छोटे से गांव मिर्जापुर में 25 जनवरी 1970 को हुआ था। नायब सिंह की मां पंजाबी हैं और पिता हरियाणवी हैं। नायब सिंह की मां का नाम कुलवंत कौर है और उनके पिता का नाम तेलू राम सिंह है। अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद नायब सिंह ने बिहार के बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से अपने ग्रेजुएशन की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश से कानून की पढ़ाई की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंध रखने वाले नायब सिंह सैनी 2914 में अंबाला से विधायक बनने के बाद फिलहाल कुरुक्षेत्र सीट से लोकसभा के सांसद हैं। अक्टूबर 2023 में हरियाणा का प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद आज सीएम पद तक पहुंच चुके हैं।
बनवारी लाल नदी मंत्री पद की शपथ
डॉ बनवारी लाल ने एक बार फिर मंत्री पद की शपथ ली है।ये हरियाणा के बावल से विधायक हैं।सहकारिता एवं जन स्वास्थ्य मंत्री रहे डॉ बनवारी लाल हरियाणा सरकार में अनुसूचित वर्ग का मुख्य चेहरा है।
जयप्रकाश दलाल भी बने मंत्री
जयप्रकाश दलाल ने भी आज मंत्री पद की शपथ ली है, जो लोहारू सीट से विधायक है। 2014 में बीजेपी में शामिल होने वाले दलाल पार्टी में प्रदेश उपाध्यक्ष बीजेपी किसान सेल के प्रभारी और जिला जींद प्रभारी जैसे कई पदों पर रह चुके हैं। वे हरियाणा सरकार में कृषि और किसान कल्याण, पशुधन और मत्स्य पालन, कानून और विधान विधायी कैबिनेट मंत्री रहे हैं।
रणजीत सिंह भी बने मंत्री
रणजीत सिंह हरियाणा सरकार में पहले भी मंत्री रहे हैं।वह खट्टर सरकार में ऊर्जा और बिजली मंत्री रहे हैं। रनिया सीट से वह निर्दलीय विधायक हैं। 2019 में वे अपने पोते दुष्यंत चौटाला के साथ खट्टर सरकार में शामिल हुए थे। रणजीत सिंह पूर्व प्रधानमंत्री देवी लाल के पुत्र और इंडियन नेशनल लोकदल के सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला के भाई है।
मूलचंद शर्मा फिर से बने मंत्री
हरियाणा के बल्लभगढ़ से बीजेपी विधायक मूलचंद शर्मा खट्टर सरकार में परिवहन और खनन मंत्री रहे हैं। आज उन्होंने फिर से मंत्री पद की शपथ ली है।वह लगातार अपनी सीट से दूसरी बार विधायक बने थे।
कंवरपाल सिंह ने ली मंत्री पद की शपथ
विधायक कंवरपाल सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली। कंवरपाल हरियाणा के यमुनानगर जिला के रहने वाले हैं। वह इससे पहले भी शिक्षा मंत्री, वन मंत्री रह चुके हैं।इसके अलावा वह , विधानसभा के स्पीकर भी रह चुके हैं।
सभी वर्गों को साधने का हुआ प्रयास
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ आज हरियाणा में जिन मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली है ,उसमें लोकसभा के चुनाव और फिर विधान सभा चुनाव को देखते हुए हरियाणा के हर जाति वर्गों को साधने का प्रयास किया गया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी खुद एक बैकवर्ड चेहरा है,जिसकी हरियाणा में अच्छी खासी जनसंख्या है। इसके अलावा मूलचंद शर्मा पार्टी का सवर्ण चेहरा है।रणजीत सिंह हरियाणा के सबसे बड़े जाति समुदाय जाट से आने के साथ वहां के और प्रतिष्ठित राजनीतक परिवार से संबंध रखते हैं। इसी प्रकार बनवारी लाल अनुसूचित वर्ग के प्रमुख चेहरा है।
शपथ ग्रहण में नहीं पहुंचे अनिल बिज लेकिन जेजेपी विधायकों की रही उपस्थित
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के अपने पद से इस्तीफा देने के बाद, भारतीय जनता पार्टी की बैठक हुई।इस बैठक में नायब सिंह सैनी को राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया।नायब सिंह सैनी के मुख्यमंत्री चेहरा के रूप में चयन के साथ ही भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता अनिल विज नाराज हो गए और बैठक छोड़कर वहां से निकल गए। बाद में वहां से वे अंबाला चले गए। माना जाता है कि उन्हें शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने मनाने के कई प्रयास किए, लेकिन उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया।
वहीं दूसरी तरफ इसके विपरित जिस जेजीपी से आज बीजेपी ने किनारा कर लिया,उस जेजेपी के चार विधायक अपनी पार्टी से एक तरह से बगावत करते हुए इस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।