बीरेंद्र कुमार झा
बाहुबली और माफिया पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी का बांदा मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम हो गया है।उनके शव को गाजीपुर भेजे जाने की तैयारी चल रही है। इस बीच मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने बांदा डीएम को चिट्ठी लिखकर मुख्तार अंसारी का दुबारा पोस्टमार्टम दिल्ली एम्स से कराने की मांग की है। उमर अंसारी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह स्वाभाविक मौत नहीं,सुनियोजित हत्या है। दूसरी तरफ मुख्तार अंसारी की मौत के मामले में सीजेएम बांदा ने जांच के आदेश दिए।इसके लिए मजिस्ट्रेट गरिमा सिंह की तैनाती की गई है ।
मुख्तार अंसारी बेटे ने की ये मांग
मुख्तार अंसारी की मौत पर छोटे बेटे उमर अंसारी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह नेचुरल डेथ नहीं बल्कि हत्या है।उमर अंसारी ने पिता का पोस्टमार्टम दिल्ली एम्स के डॉक्टरों से करवाने की अपील की है।उमर ने कहा कि, हमें यहां के लोगों पर विश्वास नहीं है। हमारी अपील पर डीएम साहब को फैसला करना है। मैंने पत्र लिखा है कि मेरे पिता का पोस्टमार्टम एम्स दिल्ली के डॉक्टरों द्वारा किया जाना चाहिए।हमें यहां की चिकित्सा प्रणाली, सरकार और प्रशासन पर भरोसा नहीं है।वहीं उमर ने कहा कि ये प्राकृतिक मौत नहीं सुनियोजित हत्या है।
उमर और उसके परिवार के लोगों ने मुख्तार को ‘धीमा जहर’दिए जाना का लगाया था आरोप
गौरतलब है कि बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात दिल का दौरा पड़ने से मौत हो चुकी है।इससे पहले वकील और परिजनों ने मुख्तार को धीमा जहर देने जैसे आरोप लगाए थे।बाराबंकी के एमपी-एमएलए कोर्ट में एंबुलेंस मामले की पेशी के दौरान मुख्तार अंसारी के वकील की तरफ से कोर्ट में लिखित एप्लीकेश दी गई थी। इसमें जेल में बंद अंसारी को धीमा जहर देने की शिकायत की गई थी।मुख्तार अंसारी ने 21 मार्च को कोर्ट में एप्लीकेशन दी थी वहीं कोर्ट में अर्जी देने के करीब आठ दिन बाद मुख्तार की मौत हो गई।
न्यायिक जांच के आदेश
मुख्तार अंसारी की मौत के मामले में सीजेएम बांदा ने जांच के आदेश दे दिए हैं। सीजेएम कोर्ट ने अपर मुख्य न्यायाधीश मजिस्ट्रेट गरिमा सिंह को जांच अधिकारी बनाया है। उन्हें जांच रिपोर्ट एक माह के अंदर देने के निर्देश दिए गए हैं।मुख्तार की मौत के मामले में समाजवादी पार्टी,बहुजन समाजवादी पार्टी और कांग्रेस सहित कई दलों के बड़े नेताओं ने जांच की मांग की थी।
अब्बास अंसारी के पिता मुख्तार के अंतिम संस्कार में शामिल होने पर संशय
कासगंज जेल में बंद मुख्तार अंसारी के बड़े बेटे अब्बास अंसारी पिता की अंतिम संस्कार में शामिल नहीं भी हो सकते हैं।दरअसल हाईकोर्ट के जस्टिस समित गोपाल ने उसकी अर्जी सुनने से इनकार कर दिया है।अब्बास की अर्जी जस्टिस संजय सिंह की कोर्ट से ट्रांसफर हुई थी।जस्टिस समित गोपाल ने दूसरे कोर्ट से ट्रांसफर हुई अर्जी को सुनने से इनकार कर दिया है। अब्बास के वकील अब सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में है।