वीरेंद्र कुमार झा
इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी की बात अक्सर कही और सुनी जाती है।इसी संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेलवे से रोजगार की गारंटी की बातों को उद्धृत किया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्ववर्ती यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय रेल के साथ स्वार्थपूर्ण व्यवहार करने के कारण यूपीए के सरकार में रेलवे घाटे में चलती थी।वहीं वर्तमान सरकार में रेलवे के बदलते स्वरूप से रेलवे के प्रोजेक्ट्स आज रोजगार की गारंटी बनते जा रहे हैं ।प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से 41 हजार करोड रुपए से अधिक की लागत की लगभग 2000 रेलवे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद अपने संबोधन में ये बातें कही।इस दौरान उन्होंने कुछ प्रोडक्ट को देश को समर्पित भी किया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 553 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विवाह का शिलान्यास भी किया।करीब 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में स्थित स्टेशनों का 19 हजार करोड़ से अधिक की लागत से पुनर्विकास किया जाएगा।
कल्पना थी अमृत भारत ट्रेन की
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज रेलवे से जुड़ी 2000 से अधिक के परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इस सरकार के तीसरे कार्यकाल की शुरुआत जून महीने से होने वाली है, लेकिन अभी ही जिस गति और पैमाने से काम शुरू हो गया है,वह सबको हैरत में डालने वाला है। उन्होंने कहा कि आज का भारत बड़े सपने देखता है,उन्हें पूरा करने के लिए दिन-रात एक भी कर देता है। उन्होंने कहा कि यही संकल्प इस विकसित भारत, विकसित रेलवे कार्यक्रम में दिख रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 साल में सभी ने एक नया भारत बनते देखा है और रेलवे में बदलाव को तो साक्षात लोग अपनी आंखों से देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो कभी कल्पना में सोचते थे, उसे आज अपनी आंखों से देख रहे हैं।एक दशक से पहले तक अमृत भारत जैसी आधुनिक ट्रेन की कल्पना मुश्किल थी और नमो भारत जैसे शानदार रेल सेवा के बारे में किसी ने कभी सोचा भी नहीं था।
घाटे में होने का रोते थे रोना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दशकों तक रेलवे को हमारे यहां स्वार्थ भरी राजनीति का शिकार होना पड़ा। लेकिन अब भारतीय रेलवे देशवासियों के लिए यात्रा की सुगमता का मुख्य आधार बन रही है। जिस रेलवे के हमेशा घाटे में होने का वे रोना रोया करते थे ,आज वह परिवर्तन के सबसे बड़े दौर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए संभव हो पा रहा है,क्योंकि भारत 11 नंबर से छलांग लगाकर पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था बन गया है।उन्होंने कहा कि 10 साल पहले जब भारतीय अर्थव्यवस्था 11 नंबर पर थी, तब रेलवे का औसत बजट 45,000 करोड रुपए के आसपास रहता था। आज जब यह देश पांचवें नंबर की आर्थिक ताकत है, तो इस साल का रेलवे बजट ढाई लाख करोड रुपए से अधिक का है। उन्होंने कहा कि आप कल्पना कीजिए कि जब हम दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनेंगे तो हमारा सामर्थ्य कितना अधिक बढ़ेगा!इसलिए मोदी भारत को जल्द से जल्द दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए की जान से जुटा हुआ है।
दोगुनी हुई रेल लाइन बिछाने की गति
प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा कि बजट चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो,अगर घोटाले होते रहे तो जमीन पर उसका असर कभी नहीं दिखता है ।उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार ने पिछले 10 साल में सरकारी पैसे को लूट से बचाया है। इसलिए आज नई रेलवे लाइन बिछाने की गति दोगुनी हो गई है। आज जम्मू कश्मीर से लेकर पूर्वोत्तर तक भारतीय रेल पहुंच रही है।उन्होंने कहा कि आपने टैक्स के रूप में,टिकट के रूप में जो पैसा दिया, उसका पाई- पाई आज रेल यात्रियों के हित में लग रहा है। हर रेल टिकट पर भारत सरकार करीब करीब 50% छूट देती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जैसे बैंक में जमा पैसे पर ब्याज मिलता है, वैसे ही अब संरचना पर लगी हर पाई से कमाई के नए साधन बनते हैं और नए रोजगार पनपते हैं।उन्होंने कहा कि जब नई रेल लाइन बिछती है तो मजदूर से लेकर इंजीनियर तक अनेक लोगों को रोजगार मिलता है। सीमेंट, स्टील और ट्रांसपोर्ट जैसे अनेक उद्योगों और दुकानों में नई नौकरियों की संभावनाएं बनती हैं।
सभी को मिल रहा फायदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज जो लाखों करोड़ रुपए का निवेश हो रहा है, उससे हजारों प्रकार के रोजगार की गारंटी भी मिल रही है।उन्होंने कहा कि जब स्टेशन बड़े और आधुनिक होंगे, ज्यादा ट्रेनें रुकेगी,ज्यादा लोग आएंगे तो आसपास रेहड़ी – पटरी वालों को भी फायदा होगा। हमारी रेल छोटे किसानों,छोटे कारीगरों और हमारे विश्वकर्मा साथियों के उत्पादों को बढ़ावा देने वाली है। इसके लिए एक स्टेशन एक उत्पाद योजना के तहत स्टेशन पर विशेष दुकानें बनाई गई है। हम रेलवे स्टेशनों पर हजारों स्टॉल लगाकर उनके उत्पाद बेचने में भी मदद कर रहे हैं। भारतीय रेल को खेती और औद्योगिक प्रगति का सबसे बड़ा वाहक करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि रेल की गति तेज होगी, तो समय बचेगा और इससे दूध, मछली,फल और सब्जी जैसे उत्पादों को तेजी से बाजार तक पहुंचना सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे उद्योगों की लागत भी कम होगी।इससे मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियान को गति मिलेगी।
आधुनिक बुनियादी ढांचा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया में भारत को निवेश के लिए सबसे आकर्षक गंतव्य माना जा रहा है और इसका बड़ा कारण आधुनिक बुनियादी ढांचा भी है। उन्होंने कहा कि आने वाले 5 वर्षों में जब ये हजारों स्टेशन आधुनिक हो जाएंगे, भारतीय रेल की क्षमता बढ़ जाएगी ,तो निवेश की एक और बहुत बड़ी क्रांति आएगी।पिछले कुछ दिनों में आईआईटी आईआईएम और एम्स जैसे अस्पतालों के लोकार्पण का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब दिखता है कि भारत की प्रगति की रेल किस गति से आगे बढ़ रही है। युवाओं को विकसित भारत का सूत्रधार और सबसे बड़ा लाभार्थी करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज जिन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया है, उनसे देश के लाखों नौजवानों को रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि आज रेलवे का जो कायाकल्प हो रहा है, इससे स्कूल कॉलेज में पढ़ाई करने वाले छात्रों को भी लाभ मिलेगा यह कायाकल्प उनके भी बहुत काम आएगा जो 30-35 वर्ष से कम आयु के हैं। विकसित भारत युवाओं के सपनों का भारत है।उन्होंने कहा कि मैं देश के हर नौजवान को बताना चाहता हूं कि आपका सपना ही मोदी का संकल्प है।आपका सपना ,आपकी मेहनत और मोदी का संकल्प यही विकसित भारत की गारंटी है ।