बीरेंद्र कुमार झा
कुछ समय पूर्व हरियाणा में राजनीतिक संकट तब गहरा गया था, जबकि भारतीय जनता पार्टी की हरियाणा सरकार को समर्थन दे रही जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने अपना समर्थन सरकार से वापस ले लिया था।तब निर्दलीयों के भरोसे बीजेपी अपनी सरकार बचाने में सफल रही थी। अब एक बार फिर से तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापसी से हरियाणा में राजनीतिक संकट गहरा गया है। गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी की सैनी सरकार को समर्थन दे रहे तीन निर्दलीय विधायकों सोमबीर संगवान रणधीर गोलन और धर्मपाल गोंदर ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है।तीनों विधायकों ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख उदयभान की मौजूदगी में रोहतक में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने चुनाव के दौरान कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला किया है।
हम अब कांग्रेस के साथ
धर्मपाल गोंदर ने कहा कि हम सरकार से समर्थन वापस ले रहे हैं।हम अब कांग्रेस के साथ हैं।उन्होंने कहा कि हमने किसानों से जुड़े मुद्दों सहित विभिन्न मुद्दों पर यह निर्णय लिया है। उदय भान ने कहा, तीन निर्दलीय विधायकों -सोमबीर सांगवान, रणधीर गोलन और धर्मपाल गोंदर ने बीजेपी नीत सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है और कांग्रेस को अपना समर्थन देने का फैसला किया है। उदय भान ने कहा कि मैं यह भी कहना चाहता हूं कि (90 सदस्यीय) हरियाणा विधानसभा की मौजूदा क्षमता 88 की है, जिसमें से बीजेपी के 40 सदस्य हैं।बीजेपी नीत सरकार को पहले जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के विधायकों और निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त था, लेकिन जेजेपी ने भी समर्थन वापस ले लिया था और अब निर्दलीय विधायक भी साथ छोड़ रहे हैं।
नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली सरकार अल्पमत में
उदय भान ने कहा कि नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली सरकार अब अल्पमत में है।मुख्यमंत्री सैनी को अपना इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि इस हालत में उन्हें एक मिनट भी मुख्यमंत्री के पद पर रहने का अधिकार नहीं है।उन्होंने कहा कि राज्य में जल्द से जल्द विधानसभा चुनाव होने चाहिए।
समर्थन वापसी पर क्या बोले सीएम नायब सिंह सैनी
निर्दलीय विधायकों द्वारा हरियाणा सरकार से समर्थन वापस लेने और कांग्रेस को समर्थन देने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर, हरियाणा के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता नायब सिंह सैनी ने कहा कि मुझे यह जानकारी मिली है।शायद कांग्रेस कुछ लोगों की इच्छाओं को पूरा करने में लगी हुई है।अब कांग्रेस को जनता की इच्छाओं से कोई लेना-देना नहीं है।