न्यूज़ डेस्क
मोदी चाहते हैं कि वे जल्द से जल्द प्रधानमंत्री तीसरी बर बन जाए लेकिन जिस वैशाखी के सहारे वे पीएम बनने को तैयार वह वैशाखी अब मोलजोल करने पर उतारू है। जदयू और टीडीपी के सहारे ही मोदी की सरकार बनती दिख रही है लेकिन ये दोनों ही नेता मोदी से भी ज्यादा चतुर और चालाक हैं। समर्थन के बदले अब ये दोनों नेता कुछ अलग तरह की मांग रख रहे हैं।
किंग मेकर की भूमिका में नजर आ रही जदयू ने बीजेपी से कई मंत्रालयों की डिमांड की है, वहीं दूसरी ओर उनकी ओर से ये भी साफ कहा जाने लगा है कि अग्निवीर पर फिर से विचार करने की जरूरत है, इसके साथ ही यूसीसी पर अपने रुख को साफ करते हुए एक बार फिर से JDU ने बीजेपी पर दबाव बना दिया है।
एनडीए की सहयोगी पार्टी जदयू ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड पर हमारा रुख आज भी जस का तस है। जेडीयू महासचिव और प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि हमने तब भी कहा था कि इस मामले पर सभी स्टेक होल्डर को साथ लेकर चलने की आवश्यकता है।
केसी त्यागी ने कहा, ‘हमने तब भी कहा था कि इस मामले पर सभी स्टेट होल्डर को साथ लेकर उनके विचारों को समझने की जरूरत है।यूसीसी पर नीतीश कुमार ने विधि आयोग के अध्यक्ष को चिट्ठी लिखी थी और कहा था कि हम इसके खिलाफ नहीं हैं लेकिन इसमें व्यापक विचार विमर्श की आवश्यकता है।
इसके अलावा अग्निवीर योजना का जिक्र करते हुए केसी त्यागी ने कहा, ‘अग्निवीर योजना को लेकर के बहुत विरोध हुआ था और चुनाव में भी उसका असर देखने को मिला है। इस पर दोबारा से विचार करने की जरूरत है। अग्निवीर योजना को नए तरीके से सोचने की आवश्यकता है। जो सुरक्षाकर्मी थे सेना में तैनात थे और जब भी अग्निवीर योजना आई तो बड़े तबके में असंतोष थ। मेरा ऐसा मानना है कि उनके परिवार जनों ने भी चुनाव में विरोध जारी किया इसलिए आज इसमें नए तरीके से विचार विमर्श की जरूरत है।’
वहीं वन नेशन, वन इलेक्शन का समर्थन करते हुए केसी त्यागी ने कहा कि जहां तक एक देश एक चुनाव की बात है हम उसके समर्थन में हैं। केसी त्यागी ने कहा कि हम लंबे समय से मांग कर रहे हैं कि अगर बिहार से पलायन रोकना है तो उसे विशेष राज्य का दर्जा देना चाहिए।