बीरेंद्र कुमार झा
बिहार में लंबे समय से मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा हो रही थी। आखिरकार शुक्रवार को बिहार में तमाम तरह के लिए सियासी गहमागहमी के बीच नीतीश कुमार ने अपने कैबिनेट का विस्तार कर लिया। शुक्रवार को शाम 6:30 बजे राजभवन में बिहार कैबिनेट का विस्तार किया गया। कैबिनेट विस्तार के लिए राज्यपाल दोपहर बाद गया से पटना पहुंचे।उसके बाद कैबिनेट विस्तार को लेकर राज भवन में तमाम तरह की तैयारियां शुरू कर दी गई। राज भवन में राजेंद्र मंडपम में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने नीतीश कैबिनेट के मंत्रियों को शपथ दिलाई।
इन विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ
आज नीतीश कुमार द्वारा मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्री पद की शपथ लेने वालों में सबसे पहले रेणु देवी रही। उसके बाद मंगल पांडे ,अशोक चौधरी लेसी सिंह, मदन सहनी, नीतीश मिश्रा, नितिन नवीन, दिलीप कुमार जायसवाल समेत कुल 21 विधायकों ने मंत्रीपद की शपथ ली । नीतीश मिश्रा ने मैथिली में शपथ ली जबकि बाकी सदस्यों ने हिंदी में शपथ ली।
बीजेपी की तरफ से दोपहर बाद आई अंतिम सूची
नीतीश कुमार मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर शपथ ग्रहण से पहले दोपहर बाद बीजेपी के तरफ से 12 मंत्रियों की लिस्ट मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सौंपी गई। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने बीजेपी कोटे के मंत्रियों की लिस्ट मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सोपा। नीतीश कुमार एनडीए की सरकार बनने के करीब 40 दिनों के बाद कैबिनेट का विस्तार किया गया है। कैबिनेट का विस्तार नहीं होने से एक-एक मंत्रियों के जिम्मे 9- 9 विभागों की जिम्मेदारी थी।
मंत्रिमंडल विस्तार में दलगत, क्षेत्रीय और जातीय समीकरण का रखा गया ध्यान
शुक्रवार को नीतीश कुमार सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में दलगत समीकरण से लेकर जातीय और क्षेत्रीय हर प्रकार के समीकरणों को साधने का प्रयास किया गया, ताकि आगामी लोकसभा चुनाव में इसका बेहतर उपयोग किया जा सके और भारतीय जनता पार्टी ने बिहार की जो सभी 40 लोकसभा सीटों पर जीत का लक्ष्य रखा है, उसे हासिल किया जा सके।शुक्रवार के इस मंत्रिमंडल विस्तार में जनता दल यूनाइटेड के 9 विधायकों और भारतीय जनता पार्टी के 12 विधायकों ने शपथ ली। इस मंत्रिमंडल विस्तार में जातीय समीकरणों को देखा जाए तो इसमें 6 सवर्ण, 6 दलित,4 अति पिछड़ा,4 पिछड़ा और 1 मुस्लिम शामिल है।