न्यूज़ डेस्क
चरित्रहीन राजनीति का चेहरा एक बार फिर से उजागर हुआ है। दिल्ली के कांग्रेस अध्यक्ष रहे अरविंदर सिंह लवली एक बार फिर बीजेपी में आज शामिल हो गए। एक सप्ताह पहले ही उन्होंने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था एयर आप पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर सवाल खड़ा किया था। लेकिन जिस तरह आज फिर से लवली बीजेपी के साथ गए हैं उसके बाद कई सवाल भी खड़े होने लगे हैं।
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अरविंद सिंह लवली समेत पांच कांग्रेसी नेताओं ने कांग्रेस का पंजा छोड़कर भाजपा का कमल थाम लिया है। लवली के अलावा राजकुमार चौहान, नीरज बसोया, अमित मलिक और नसीब सिंह भी भाजपा में शामिल हो गए। इन सभी को आज भाजपा मुख्यालय में दिल्ली प्रदेश वीरेंद्र सचदेवा ने पार्टी में शामिल किया। बता दें कि 28 अप्रैल को ही लवली ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इन सभी का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि जो व्यक्ति मूल रूप से दिल्ली को प्यार करता है वो कांग्रेस में नहीं रह सकता है। मैं उम्मीद करता हूं आगे अब हम सब मिलकर दिल्ली को संवारने का काम करेंगे।
भाजपा का दामन थामने के बाद लवली ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मैं भाजपा का शुक्रिया करना चाहता हूं पार्टी ने उस वक्त हमारा साथ दिया जब हम खोए-खोए घूम रहे थे। हम दिल्ली में भाजपा की सरकार बनाने के लिए वो सब करेंगे जो हमसे बन पड़ेगा। हम मोदी का हाथ और मजबूत करने का काम करेंगे।
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने अरविंद सिंह लवली पर कहा कि कांग्रेस ने उन्हें बच्चे की तरह पाला, तीन बार विधायक, मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष बनाया। 2017 में चुनाव के दौरान धोखा दिया था, अब फिर से उन्होंने धोखा दिया। ऐसे लोगो के जाने से इस विशाल पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता है।
अरविंदर सिंह लवली दिल्ली में आम आदमी पार्टी से गठबंधन के खिलाफ थे। इसके अलावा वह उत्तर पश्चिमी दिल्ली से राजकुमार चौहान को टिकट नहीं मिलने से भी नाराज थे। लवली ने मल्लिकार्जुन खरगे को चिट्ठी लिखकर इस्तीफा भेजते हुए अपनी नाराजगी की वजह बताई थी।