बीरेंद्र कुमार झा
देश में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की चर्चा लोग अक्सर करते रहते हैं। देश में सड़कों का जाल बिछाने में नितिन गडकरी ने कोई कमी नहीं छोड़ी है इसी बात को मद्दे नजर रखते हुए कई बार उन्हें एनडीए गठबंधन में प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में भी देखा जाता है। इसके अलावा पार्टी में उनकी भूमिका और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी खटास वाले रिश्ता की भी चर्चा होती है। हालांकि एक मीडिया हाउस के साथ दिए इंटरव्यू में नितिन गडकरी इन दोनों ही चर्चित बातों से किनारा कर लिया। उन्होंने कहा कि मैं एक जमीनी स्तर का कार्यकर्ता हूं और मुझे आरएसएस का स्वयंसेवक बने रहना ज्यादा पसंद है।
पीएम पद की रेस में कभी नहीं रहा
प्रधानमंत्री पद की रेस में शामिल होने की खबर पर नितिन गडकरी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मैं कभी भी प्रधानमंत्री पर की दौड़ में शामिल नहीं था। आज मैं जो कुछ भी हूं और जहां भी हूं ,उससे पूरी तरह से संतुष्ट हूं उन्होंने कहा कि में दृढ़ विश्वास के साथ एक प्रतिबद्ध बीजेपी का कार्य करता हूं और पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैं सबका साथ सबका विकास में विश्वास करता हूं। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार अच्छा काम कर रही है।मुझे पूरा विश्वास है हम मोदी के नेतृत्व में केंद्र में फिर से सरकार बनाने में कामयाब होंगे।
देवेंद्र फडणवीस के साथ कोई मतभेद नहीं
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लेकर नितिन गडकरी ने अपनी बात स्पष्ट की।देवेंद्र फडणवीस के साथ किसी भी तरह के मतभेद होने की बात को खारिज करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि मैंने देवेंद्र फडणवीस को उनके पिता से मिलने के बाद राजनीति में एंट्री दिलवाई थी। जब एक ही क्षेत्र से दो बड़े नेता नजर आते हैं, तो लोग इसे लेकर गपशप करते हैं। वास्तव में हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है।
राम मंदिर को लेकर बोले नितिन गडकरी
राम मंदिर को लेकर भी नितिन गडकरी ने बात की और कहा कि इसपर राजनीति नहीं होनी चाहिए। याह आस्था का सवाल है और लोग खुश हैं कि जो सपना उनकी ओर से बरसों पहले देखा गया था,वह अब सच हो गया है उन्होंने कहा कि मैं जाति पंथ या धर्म की विभाजनकारी राजनीति में विश्वास नहीं करता हूं ।लंबी कानूनी लड़ाई चली और राम मंदिर को लेकर लंबा संघर्ष किया गया ,जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर बनवाने का अधिकार दिया।बीजेपी की चुनावी घोषणा पत्र में इस बात का जिक्र किया गया था। हमें देश की जनता की इच्छाएं पूरी करने में खुशी होती है।