पश्चिम बंगाल का संदेशखाली टीएमसी सांसद नुसरत जहां के लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। आरोप है कि संदेशखाली की घटना के उजागर होने के बावजूद वे एक बार भी संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं की सुध लेने वहां नहीं पहुंचीं हैं। टीएमसी सांसद और अभिनेत्री नुसरत जहां ने पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में तनाव मामले पर अपनी गैर-मौजूदगी और चुप्पी साधने के आरोपों का जवाब दिया है। सांसद ने कहा कि उन्होंने एक महिला और नेता रूप में हमेशा अपनी पार्टी की गाइडलाइंस का पालन किया है और लोगों की सेवा की है।
संदेशखाली पर टीएमसी सांसद नुसरत जहां का बयान
नुसरत जहां ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर अखबार की रिपोर्ट शेयर करते हुए आरोपों के जवाब में लिखा, कि ऐसे आरोपों से दिल दुखता है। एक महिला के रूप में, एक जन प्रतिनिधि के रूप में मैंने हमेशा अपनी पार्टी के दिशानिर्देशों का पालन किया है और लोगों की सेवा की है।
उन्होंने लिखा, कि संदेशखाली घटना के उग्र होने पर हमारी माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही वहां मदद भेज दी है और लोगों की भलाई के लिए जरूरी कदम उठाना शुरू कर दिया है।हम कानून से ऊपर नहीं हैं, इसलिए इसका पालन करना और प्रशासन का समर्थन करना ही जरूरी है।
खुशी और मुसीबत के वक्त की सच्ची सेवा’
नुसरत जहां ने आगे लिखा कि’मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में खुशी और मुसीबत के समय में लोगों की सच्ची सेवा की है।मैं अपनी पार्टी के गाइडलाइंस के अनुसार कार्य करती हूं और मेरा मानना है कि हमें राज्य सरकार और प्रशासन पर भरोसा रखना चाहिए।जो गलत है,उसकी हमेशा निंदा की जाएगी।
एक दूसरे पर निशाना साधने की जगह शांति बनाने में करें मदद
सांसद नुशरत जहां ने लिखा कि हमें एक-दूसरे पर निशाना साधने से बचना चाहिए और शांति बनाने में मदद करने के लिए एक दूसरे के साथ आना चाहिए, न कि हंगामा करना चाहिए। लोगों की सुरक्षा और भलाई हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। बाकी कौन किसके बारे में क्या कहता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।जैसा कि मैंने पहले कहा इसे में फिर से दोहराऊंगी ‘राजनीतिकरण बंद करो।
क्या है संदेशखाली का मामला
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में स्थानीय टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर महिलाओं ने जमीन हड़पने और यौन शोषण के आरोप लगाए हैं।महिलाएं सहजहां शेख की गिरफ्तारी की मांग के साथ प्रदर्शन कर रही है। इसकी वजह से इस इलाके में तनाव है। शाहजहां शेख फरार हैं।5 जनवरी को ईडी की टीम संदेशखाली में उनके ठिकानों पर छापेमारी करने पहुंची थी, जहां भीड़ ने अधिकारियों पर हमला कर दिया था।शेख शाहजहां तभी से फरार हैं।