खनौरी बॉर्डर पर एक किसान की मौत के मामले:-
किसानों ने दो दिन के लिए अपने दिल्ली कूच करो अभियान को रोक दिया है किसान नेता अब शुक्रवार को किसानों की आगे की रणनीति का एलान करेंगे। माना जा रहा है कि इस दौरान किसान नेता खनोरी में एक युवक की पुलिस के द्वारा आंसू गैस के गोले छोड़ने और पैलेट गन से हुए हमले में मौत की कथित घटना पर चर्चा करेंगे। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा की जब तक हम सभी नेता खनोरी की घटना पर चर्चा करेंगे, तब तक किसानों का दिल्ली मार्च का कार्यक्रम स्थगित रहेगा। किसानों के विभिन्न फोरमों से हुई बातचीत के आधार पर ही यह तय किया जाएगा कि किसान आगे कौन सी रणनीति अपनाएंगे।किसानों का जो भी निर्णय होगा,वह शुक्रवार को सार्वजनिक कर दिया जाएगा।वही इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से किसान नेताओं को चौथे दौर की वार्ता विफल होने के बाद पांचवें दौर की वार्ता के लिए आमंत्रित किया गया है।
किसानों ने अगले दो दिन के लिए रोका दिल्ली कूच करो अभियान
किसानों ने 2 दिन के लिए दिल्ली कूच करने के अपने अभियान पर विराम लगा दिया है। किसान नेताओं ने कहा है कि ये अपने आगे की रणनीति का ऐलान शुक्रवार को करेंगे। किसान नेताओं ने कहा कि सरकार हमारी मांगों को नहीं मान रही है और बैठकों के नाम पर बातों में उलझा रही है।गौरतलब है कि किसानों और सरकार के बीच अब तक चार दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन इसमें से किसी भी दौर की वार्ता सफल नहीं हो पाई है, जिस कारण किसान अभी भी दिल्ली में प्रवेश के लिए दिल्ली की सीमा पर डटे हुए हैं। हालांकि चौथे दौर की वार्ता के असफल रहने के बाद अब सरकार की तरफ से किसानों को पांचवें दौर की वार्ता के लिए आमंत्रित किया गया है।
रण क्षेत्र में बदल शंभू और खनोरी बॉर्डर 12 पुलिसकर्मी घायल
प्रदर्शनकारी किसानों ने बुधवार को दिल्ली के शंभू और खनोरी बॉर्डर पर जमकर प्रदर्शन किया ।इस दौरान पुलिसकर्मियों के साथ उनकी झड़प भी हुई। हरियाणा पुलिस ने बताया की दाता सिंह खनोरी सीमा पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों को चारों तरफ से घेर लिया और उसने मिर्च पाउडर डालकर पराली जलाई,साथ में लाठी – डंडों से पुलिसकर्मियों पर हमला किया।इसके अलावा किसानों ने पुलिस के ऊपर पथराव भी किया। इस दौरान करीब 12 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए।इसके बाद हरियाणा पुलिस ने शंभू और खनोरी सीमाओं पर किसानों को अवरोधों की ओर बढ़ने से रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े।हरियाणा पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की है। हालांकि इस बीच किसान संगठनों ने अब अपने दो दिन तक दिल्ली कूच करो अभियान को स्थगित कर दिया है, जिससे कम से कम दो दिनों तक इस क्षेत्र में शांति बने रहने की उम्मीद है।
खनोरी बॉर्डर पर एक किसान की मौत का मामला
किसान संगठनों का मानना है कि हरियाणा पुलिस किसानों के साथ ज्यादती कर रही है।खनोरी सीमा पर शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे किसानों के ऊपर यह अक्सर ड्रोन से आंसू गैस के गोले छोड़ती हैं और पैलेट गन से हमला करते रहती है।हरियाणा पुलिस के द्वारा छोड़े गए आंसू गैस के गोले और पायलट गन से हमला किए जाने से कल दर्जनों किसान गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से एक युवा किसान की इलाज के दौरान ही मौत हो गई।हालांकि हरियाणा सरकार अपनी पुलिस के द्वारा पीपीपी खनोरी बॉर्डर पर किसी के गंभीर रूप से घायल होने या मारे जाने की खबर से इंकार करती है ।
एमएसपी पर कानूनी गारंटी सहित 13 अन्य मांगों को लेकर 13 फरवरी से प्रदर्शन कर रहे हैं किसान
गौरतलब है कि हजारों किसानों ने 13 फरवरी को दिल्ली की तरफ मार्च करना शुरू किया था। दिल्ली पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स ने इन किसानों को हरियाणा सीमा पर ही रोक दिया था। इस दौरान किसानों और सुरक्षाकर्मियों के बीच तीखी झड़प भी हुई थी। किसान तब से हरियाणा और पंजाब के साथ लगती सीमा पर शंभू और खनोरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं।संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक)और किसान मजदूर मोर्चा फसलों के लिए एमएसपी पर कानून गारंटी और कृषि कर्ज माफी समेत अपनी 13 अन्य मांगों को लेकर भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए दिल्ली चलो मार्च का नेतृत्व कर रहा है।