ऑर्डिनेंस के जरिए MSP पर कानून बनाए सरकार:
किसान संगठन पिछले 5 दिनों से आंदोलनरत हैं।इस दौरान एक तरफ इनका दिल्ली कूच करने का कार्यक्रम था,जिसे रोकने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से सीमा क्षेत्र पर बड़ी संख्या में पुलिस बल और पारामिलिट्री बलों को लगा दिया।इस दौरान प्रदर्शनकारी किसानों ने पुलिस और पैरामिलिट्री वालों पर पत्थरबाजी की तो जबाव में पुलिस और पारामिलिट्री बलों की तरफ से वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले दागे।ड्रोन तक की मदद से भी प्रदर्शनकारी किसानों पर आंसू गैस के गोले से प्रहार किए गए तो दूसरी तरफ किसान संगठन और केंद्र सरकार के मंत्रियों के साथ तीन दौर की बैठकें भी ही चुकी है,लेकिन ये सभी बैठकें बेनतीजा रही ।इस बीच किसान दिल्ली में प्रवेश करने के लिए सिंधु और शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसान संगठनों का केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों के साथ रविवार 18 फरवरी को भी एक बैठक निर्धारित है।इस बैठक में किसान संगठन संसद के सत्र के अवसान की स्थिति में अपनी मांगों को मनवाने के लिए एक तो वार्ता में शामिल केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों पर दबाव बनाएंगे की प्रधान मंत्री इस मुद्दे पर बोलें और एमएसपी पर ऑर्डिनेंस के जरिए एक
कानून बनाएं।ऐसा न होने की स्थिति में किसान संगठन की रणनीति अपने आंदोलन को और तेज करने की है।
शंभू बॉर्डर पर तैनात सब इंस्पेक्टर का निधन
हरियाणा के अंबाला में किसान आंदोलन के चलते शंभू बॉर्डर पर तैनात सब इंस्पेक्टर हीरालाल का निधन हो गया है वे 52 वर्ष के थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार ड्यूटी के दौरान सब इंस्पेक्टर हीरालाल की तबीयत अचानक खराब हो गई।उन्हें तुरंत अंबाला सिविल अस्पताल ले जाया गया,लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। हरियाणा के डीजीपी सत्यजीत कपूर ने कहा कि सब इंस्पेक्टर हीरालाल ने हमेशा अपने कर्तव्यों को पूर्ण निष्ठा से निभाया है। उनका निधन पुलिस बल के लिए एक बड़ी क्षति है।
आंदोलन को तेज करेंगे किसान संगठन
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि वह आने वाले दिनों में किसान आंदोलन को तेज करेगा संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि उनकी पंजाबी इकाई 18 फरवरी को जालंधर में एक बैठक करेगी और उसके बाद घटनाक्रम की समीक्षा करने और भविष्य की रणनीति के लिए सुझाव देने की खातिर नई दिल्ली में आमसभा की बैठक होगी।
पुलिस ने सुरक्षा कर्मियों को उकसाने वाला वीडियो किया शेयर
हरियाणा पुलिस ने कई किसानों का वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्हें अंबाला के पास शंभू सीमा पर पथराव करते और सुरक्षा कर्मियों को उकसाने का का प्रयास करते देखा गया है ।पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर डाले एक पोस्ट में कहा है की किसान आंदोलन की आड़ में उपद्रव की इजाजत नहीं दी जा सकती है।पुलिस के जरिए शेयर किए गए वीडियो में से एक में चेहरा ढके हुए कई युवा प्रदर्शनकारियों को शंभू सीमा पर सुरक्षा कर्मियों पर पत्थर फेंकते देखा जा सकता है।वही एक अन्य वीडियो में प्रदर्शनकारी किसानों को सुरक्षाकर्मियों पर फेंकने के लिए पत्थर इकट्ठा करते देखा जा सकता है।
पंढेर ने की पीएम मोदी से किसान प्रदर्शन पर बोलने और अध्यादेश के जरिए समाधान करने की अपील
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसानों के इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए।उन्हें एसपी पर कानून बनाने के लिए अध्यादेश लाना चाहिए। पंढेर ने कहा कि हमारी मांग है कि सभी फसलों के लिए एमएसपी लाया जाए, साथ ही अजय मिश्रा टेनी को मंत्रिमंडल से तुरंत हटाया जाए।
किसान आंदोलन से राज्यों को हर रोज 500 करोड़ का नुकसान
उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री ने कहा कि किसान आंदोलन के लंबा चलने से उत्तरी राज्यों में व्यापार और उद्योग को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है। उद्योग मंडल का कहना है कि किसान आंदोलन से रोजगार को भारी नुकसान होने की आशंका है और इससे प्रतिदिन 500 करोड रुपए से अधिक का आर्थिक नुकसान होगा। पीएचडी चैंबर आफ कमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष संजीव अग्रवाल ने कहा कि लंबे समय तक चलने वाले आंदोलन से प्रतिदिन 500 करोड रुपए का आर्थिक नुकसान होगा और उत्तरी राज्यों मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के चौथी तिमाही के शकल राज्य घरेलू उत्पाद पर भी इसका असर पड़ेगा।उन्होंने कहा कि उद्योग मंडल देश में सभी के कल्याण के लिए आम सहमति के साथ सरकार और किसने दोनों से मुद्दों के शीघ्र समाधान की आशा करता है।