न्यूज़ डेस्क
मणिपुर में हिंसा का दौर अभी भी जारी है। जिस तरह से दूसरे चरण के चुनाव से पहले उग्रवादियों ने मणिपुर में दहशत पैदा किया है उससे पुरे राज्य का माहौल है। हालांकि जातीय हिंसा पहले थोड़ी कम हो गई थी लेकिन अब जब चुनाव सामने है ,जातीय हिंसा फिर से भड़क गई है।
हिंसा के बीच मणिपुर को नागालैंड से जोड़ने वाले पुल को ही इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस से बुधवार देर रात करीब एक बजे कुछ लोगों ने उड़ा दिया है। राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर बना यह पुल मणिपुर के इंफाल को नागालैंड के दीमापुर से जोड़ता है।
मणिपुर में यह पुल कुब्रू लीखा, सपरमीना गांवों और कांगपोकपी जिले से होकर गुजरता है। इस पुल को उड़ाने में कुकी उग्रवादियों का हाथ होने की आशंका है। विस्फोट के कारण पुल के दोनों छोर में दरारें ओ गई हैं। पुल के बीचोबीच तीन गड्ढे हो गए हैं। इस पुल पर अब भारी वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है।
मणिपुर आउटर के 13 विधानसभा क्षेत्रों में शुक्रवार को मतदान होना है। इसके लिए पूरी तैयारी हो चुकी है। इसके अलावा 11 बूथों पर फिर से मतदान डाले जाएंगे। मतदान को लेकर सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चुस्त है। अब देखना यह है कि हिंसा के बीच मतदान कितना होता है?