पुलिस झड़प में एक किसान की मौत के बाद किसान आंदोलन में एसकेएम की एंट्री:-
12 फरवरी को सरकार के साथ किसान नेताओं की हुई पहली बैठक बेनतीजा रहने के बाद 13 फरवरी से किसानों ने दिल्ली कूच करो अभियान की शुरुआत की।ट्रॉली और ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली में प्रवेश कर रहे किसानों को केंद्र सरकार ने दिल्ली पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स को तैनात करके दिल्ली में प्रवेश करने से रोक दिया। इस बीच किसान नेता और सरकार के बीच चार दौर तक हुई वार्ता विफल रही जिस वजह से किसान तथा दिल्ली पुलिस के जवान दिल्ली सीमा पर आमने-सामने होकर एक – दूसरे को ललकारते रहते हैं। दिल्ली पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स किसानों की भीड़ को तीतर- बितर करने के लिए ड्रोन से आंसू गैस की गोले बरसाने के साथ साथ पैलेट गन भी हमला करते थे और किसान भी मिर्च जलाकर और पत्थरबाजी कर पुलिस की बैरीकेडिंग को तोड़कर दिल्ली में प्रवेश का प्रयास करते थे। इस खींचातानी में बुधवार को एक किसान की पुलिस की करवाई से मौत हो गई।इस घटना के बाद इन आंदोलनकारी किसानों के पक्ष में संयुक्त किसान मोर्चा भी उतर गया बॉर्डर पर युवा किसान की मौत के विरोध में एसकेएम ने शुक्रवार को काला दिवस मनाने का ऐलान किया है। इसके साथ किसान ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। हालांकि इस दौरान सड़कों को जाम नहीं किया जाएगा। वहीं बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसान संगठन एसकेएम (गैर राजनीतिक) ने अपने दिल्ली कूच अभियान को दो दिनों के लिए स्थगित कर दिया है।यह अपनी नई रणनीति का खुलासा शुक्रवार को करेगा। एसकेएम ने प्रदर्शनकारी युवा किसान की मौत को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है। साथ ही उसने इस घटना के विरोध में शुक्रवार को काला दिवस मनाने के साथ ही ट्रैक्टर मार्च निकालने की भी घोषणा की है।
शंभू बॉर्डर पर मारे गए किसान को मिले शहीद का दर्जा
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने शंभू बॉर्डर पर मारे गए किसान को शहीद का दर्जा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि शुभकरण सिंह की मौत के बाद पंजाब सरकार से हमारी बातचीत चल रही थी। हमारी सभी बातें मान ली गई थी।हमने मांग की थी कि हमला करने वालों के खिलाफ धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया जाए। पंजाब सरकार शुभकरण सिंह को शहीद का दर्जा और उनके परिवार को मुआवजा दे।पंजाब सरकार से चर्चा हुए अब 14 घंटे से भी ज्यादा हो गए हैं, लेकिन पंजाब सरकार कोई जवाब नहीं दे रही है शुभकरण सिंह का शव अस्पताल में पड़ा है।पंजाब सरकार हमारे शहीदों की शहादत का अपमान कर रही है। यह निंदनीय है। पंजाब सरकार के साथ हुई हमारी बातचीत अभी भी पूरी नहीं हुई है।
सरकारी आदेश के बाद एक्स कुछ अकाउंट को निलंबित करने के लिए तैयार
भारत सरकार ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स को कुछ अकाउंट ब्लॉक करने के आदेश दिए थे।इन अकाउंट के माध्यम से किसान आंदोलन के समर्थन में मुहिम चलाई जा रही थी। एक्स ने कहा है कि भारत सरकार ने कार्यकारी आदेश जारी किए हैं,जिसमें कुछ एक्स अकाउंट खातों और पोस्टों पर कार्रवाई करने की बात कही गई है। इन अकाउंट पर जुर्माना और जेल की सजा जैसी कार्रवाई करने की बात कही गई है।आदेशों के अनुपालन में हम इन खातों और पोस्टों को केवल भारत में रोक देंगे। हालांकि हम इन करवाइयों से असहमत हैं और मानते हैं की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता होनी चाहिए।हमने अपनी नीतियों के अनुसार प्रभावित उपयोगकर्ताओं को इन कार्यवाहियों की सूचना भी प्रदान की है।
प्रदर्शनकारी की मौत पर भड़के किसान, हत्या का केस दर्ज करने की मांग की
एमएसपी सहित विभिन्न मांगों को लेकर किसान 13 फरवरी से दिल्ली सीमा पर प्रदर्शन कर रहे हैं।किसानों और पुलिसकर्मियों के बीच बुधवार को कई बार झड़प हुई थी,जिसमें एक युवा प्रदर्शनकारी शुभकरण की मौत हो गई। घटना के बाद किसानों में रोष है है।किसानों ने प्रदर्शनकारी की मौत के मामले में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृह मंत्री अनिल विज पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है।
14 मार्च को दिल्ली में महापंचायत
संयुक्त किसान मोर्चा भले ही दिल्ली चलो मार्च का हिस्सा नहीं है, लेकिन वह इसका समर्थन कर रहा है। उसने केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 2020-21 में किसान आंदोलन की अगुवाई की थी ।चंडीगढ़ में एक बैठक के बाद संयुक्त किसान मोर्चा के नेता ने कहा कि किसान 26 फरवरी को राजमार्गों पर ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे और 14 मार्च को दिल्ली में महापंचायत करेंगे। इस दौरान किसान पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए गृह मंत्री अमित शाह और हरियाणा के गृहमंत्री अनिल बीच के पुतले फुकेंगे।