September 19, 2024

समाजवादी पार्टी में मुसलमानों की उपेक्षा का आरोप लगाकर सलीम शेरवानी ने दिया इस्तीफा

समाजवादी पार्टी में मुसलमानों की उपेक्षा का आरोप:-

भारत में इस समय सिर्फ कांग्रेस में ही नहीं,बल्कि अन्य विपक्षी पार्टियों में भी प्रमुख नेताओं के द्वारा पार्टी छोड़ने की घटना लगातार बढ़ रही है।आज उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ ऐसी ही एक घटना घट गई ।स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद अब समाजवादी पार्टी के एक बड़े नेता सलीम शेरवानी ने भी समाजवादी पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी को एक बड़ा झटका दिया है। सलीम शेरवानी ने समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को महासचिव पद से इस्तीफा देने वाली चिट्ठी में यह लिखा है कि समाजवादी पार्टी में मुसलमान की उपेक्षा से परेशान होकर मैं महासचिव के पद से इस्तीफा दे रहा हूं।मैं जल्दी ही अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर फैसला लूंगा।

समाजवादी पार्टी में समाजवादी पार्टी में मुसलमानों की हो रही है उपेक्षा

अखिलेश यादव को भेजे पत्र में सलीम शेरवानी ने लिखा कि मुसलमान समाजवादी पार्टी में लगातार उपेक्षित महसूस कर रहा है। राज्यसभा के चुनाव में भी किसी मुसलमान को नहीं भेजा गया। बेशक मेरे नाम पर विचार नहीं होता, लेकिन किसी मुसलमान को ही यह सीट मिलना चाहिए था। मुसलमान इस समय एक सच्चे रहनुमा की तलाश में है।मुझे लगता है कि समाजवादी पार्टी में रहते हुए में मुसलमान की हालत में बहुत परिवर्तन नहीं ला सकता।सलीम शेरवानी ने अखिलेश यादव पर यह आरोप लगाया कि जिस तरह से आप पीडीए का नाम लेते हैं, लेकिन राज्यसभा में उम्मीदवारों की लिस्ट को देखकर लगता है कि आप खुद भी पीडीए को कोई महत्व नहीं देते हैं।

विपक्ष पर साधा निशाना

सलीम शेरवानी ने विपक्ष के नेताओं पर तंज करते हुए कहा कि विपक्ष का एक मजबूत विपक्षी गठबंधन बनाने का प्रयास बेमानी साबित हो रहा है। कोई भी इसके बारे में गंभीर नहीं दिखता है। ऐसा लगता है कि विपक्ष सत्ता पक्ष की गलत नीतियों से लड़ने की तुलना में एक दूसरे से लड़ने में अधिक रुचि रखता है।

विपक्ष की धर्मनिरपेक्षता को बताया दिखावटी

सलीम शेरवानी ने धर्मनिरपेक्षता को लेकर कहा कि इस समय विपक्ष की धर्मनिरपेक्षता दिखावटी बनकर रह गई है। भारत में खासकर उत्तर प्रदेश में मुसलमानों ने कभी भी सामान्य गरिमा और सुरक्षा के साथ जीवन जीने के अपने अधिकार के अलावा कुछ नहीं मांगा, लेकिन समाजवादी पार्टी को यह मांग भी बड़ी लगती है। पार्टी के पास हमारे इस मांग का कोई जवाब नहीं है। इसलिए मुझे लगता है कि मैं समाजवादी पार्टी में अपनी वर्तमान स्थिति के साथ अपने समुदाय की स्थिति में कोई बदलाव नहीं ला सकता है इस परिस्थिति में मैं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के रूप में अपना इस्तीफा दे रहा हूं मैं अगले कुछ हफ्तों के भीतर अपने राजनीतिक भविष्य के बारे में निर्णय लूंगा।

कौन है सलीम शेरवानी

सलीम शेरवानी बदायूं लोकसभा सीट से पांच बार के सांसद रह चुके नेता हैं। उन्होंने चार बार समाजवादी पार्टी की टिकट पर चुनाव जीता है,जबकि एक बार वे कांग्रेस से सांसद रहे हैं।2019 के लोकसभा चुनाव से पहले शेरवानी समाजवादी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। चुनाव में कांग्रेस से मिली हार के बाद वे एक बार फिर से समाजवादी पार्टी में वापस आ गए थे ।