September 19, 2024

नजरिया (सुदर्शन चक्रधर)- राहुल का अमेरिका से बीजेपी व संघ पर हमला

8 से 10 सितंबर तक कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अमेरिका के दौरे पर हैं. नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद राहुल गांधी का ये पहला अमेरिकी दौरा है. हालांकि विपक्ष के नेता, किसी आधिकारिक हैसियत से नहीं बल्कि ‘व्यक्तिगत तौर’ पर अमेरिका गए हैं. इंडियन ओवरसीज़ कांग्रेस के चेयरमैन सैम पित्रोदा ने ही बीते सप्ताह उक्त जानकारी मीडिया को दी थी.

सोमवार को राहुल गांधी ने टेक्सास में भारतीय समयानुसार सुबह दो कार्यक्रमों में शिरकत की. राहुल ने भारतीय समुदाय के लोगों से भी मुलाक़ात की और यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास के एक कार्यक्रम में अपनी बातें रखीं. इस दौरान राहुल गांधी बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर हमलावर रहे. अमेरिका में राहुल गांधी का यह कहना कि भारत में आम चुनाव के नतीजे आने के कुछ मिनट के अंदर ही लोगों के मन से बीजेपी और भारत के प्रधानमंत्री मोदी का डर समाप्त हो गया, अतिश्योक्तिपूर्ण लगता है. बता दें कि बीते लोकसभा चुनावों में बीजेपी सिर्फ 240 सीटें ही जीत सकी थी. हालांकि एनडीए के घटक दलों की मदद से नरेंद्र मोदी सरकार बनाने में सफल हुए. इन चुनावों के बाद से कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन वर्ष 2024 के चुनावी नतीजों को अपनी बड़ी जीत बताकर पेश करता रहा है.

राहुल गांधी ने टेक्सास में एक कार्यक्रम में कहा कि आरएसएस मानता है कि भारत ‘एक विचार’ है, जबकि हम मानते हैं कि भारत ‘कई विचारों’ से बना है. हम अमेरिका की तरह मानते हैं कि हर किसी को सपने देखने का अधिकार है, सबको भागीदारी का मौक़ा मिलना चाहिए और यही लड़ाई है. राहुल का यह कहना भी कम आश्चर्यजनक नहीं है कि भारत में सब कुछ ‘मेड इन चाइना’ है. चीन ने प्रोडक्शन पर ध्यान दिया है, इसलिए वहां रोजगार की दिक्कतें नहीं हैं. राहुल के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने कहा कि आरएसएस को जानने के लिए राहुल गांधी को कई जन्म लेने पड़ेंगे. कोई देशद्रोही आरएसएस को नहीं जान सकता. जो विदेशों में जाकर देश की निंदा करे, वो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को नहीं जान सकता. लगता है कि राहुल गांधी भारत को बदनाम करने के लिए ही विदेश जाते हैं.

गिरिराज सिंह के अनुसार, राहुल गांधी इस जन्म में आरएसएस को नहीं समझ पाएंगे, क्योंकि यह संगठन भारतीय संस्कार और संस्कृति से पैदा हुआ है. राहुल पहले भी अमेरिका के दौरे पर जाते रहे हैं. उनके विदेश दौरों पर बीजेपी आक्रामक रही है. इससे पहले इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के चेयरमैन सैम पित्रोदा ने टेक्सास में राहुल गांधी का परिचय कराते हुए कहा कि राहुल गांधी के पास एक विज़न है. ये उस बात के विपरीत है जिसके लिए बीजेपी ने करोड़ों रुपये ख़र्च किए हैं. वो पप्पू नहीं हैं. वो काफ़ी शिक्षित इंसान हैं और बहुत कुछ पढ़ा है. वो एक रणनीतिकार हैं, जिसके पास किसी भी मुद्दे पर गहरा विचार है.

कुल मिलाकर राहुल के अमेरिका दौरे पर भारत मे राजनीति गरमा गई है. बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इसी बयान के एक अंश को साझा कर तंज़ कसते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर लिखा कि कल्पना कीजिए कि कोई राहुल गांधी का परिचय इस तरह से करा रहा हो कि वो पप्पू नहीं हैं और सैम पित्रोदा ने यह कर दिखाया है! यूं भी सैम पित्रोदा गत आम चुनाव के दौरान भी अपने एक बयान के कारण चर्चा में आए थे और उन्हें इस्तीफ़ा तक देना पड़ा था. हालांकि चुनाव ख़त्म होते ही वो फिर से अपने पद पर दोबारा नियुक्त कर दिए गए थे.