September 20, 2024

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की बीजेपी में जाने की अटकलें !

झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के झारखंड मुक्ति मोर्चा छोड़ने की अटकलें लग रही हैं. कहा जा रहा है कि हेमंत सोरेन से बगावत कर चंपई भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं. शुक्रवार को चंपई के एक सांकेतिक बयान ने इन चर्चाओं को और बल दिया. पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में चंपई ने कहा कि अभी इंतजार कीजिए, मुझमें अभी राजनीति बाकी है.

चंपई के पार्टी छोड़ने की बात क्यों हो रही?

31 जनवरी 2024 को हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सीनियर नेता चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना. चंपई इसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री बने. जेएमएम की तरफ से मुख्यमंत्री बनने वाले चंपई पहले ऐसे नेता थे, जो संथाल परगना के नहीं थे.

चंपई जुलाई 2024 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे. जून के आखिर में जब झारखंड हाईकोर्ट ने हेमंत को जमानत दे दी तो उनके कुर्सी को लेकर अटकलें लगनी शुरू हो गई. कहा जाता है कि हेमंत जब जेल से बाहर आए तो चंपई को यह उम्मीद थी कि उन्हें कम से कम चुनाव तक मुख्यमंत्री पद से नहीं हटाया जाएगा. झारखंड में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं.

हालांकि, हेमंत ने चंपई को हटाकर चुनाव से पहले झारखंड की बागडोर खुद के हाथों में लेने का फैसला किया. चंपई इस फैसले से काफी नाराज हुए. कहा जाता है कि इसके बाद चंपई संगठन का पद चाहते थे, लेकिन उन्हें हेमंत सोरेन ने अपने अंदर मंत्री बनने के लिए कहा. चंपई मंत्री तो बन गए, लेकिन तब से ही वे नाराज बताए जा रहे हैं.

चंपई सोरेन पर डोरे डाल रही है बीजेपी

चंपई सोरेन के पार्टी छोड़ने की चर्चा के बीच बीजेपी के तरफ से बयान आना शुरू हो गया है. शुक्रवार को झारखंड बीजेपी के सह चुनाव प्रभारी और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने चंपई की तारीफ की. हिमंता ने कहा कि हेमंत सोरेन से ज्यादा जेएमएम पर चंपई सोरेन का अधिकार है.

झारखंड बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने भी चंपई को लेकर बयान दिया है. प्रकाश ने कहा है कि चंपई जैसे वरिष्ठ नेताओं के साथ जेएमएम में जिस तरह का व्यवहार हो रहा है, वो गलत है.