September 17, 2024

पीओके हमारा,वहां के हिंदू और मुसलमान भी हमारे, पाकिस्तान अत्याचारी देश:अमित शाह

बीरेंद्र कुमार झा

1947 ईस्वी में भारत को स्वतंत्र करने से पूर्व अंग्रेजों ने भारत को हमेशा अशांत बनाए रखने के दृष्टिकोण से न सिर्फ धर्म के आधार पर भारत और पाकिस्तान का बंटवारा कर दिया, बल्कि देसी रियासतों को यह अधिकार भी दिया कि वह चाहे तो इन दोनों में से किसी देश में शामिल हो जाएं या फिर स्वतंत्र रहें। कश्मीर के रियासत ने तब खुद के स्वतंत्र रहने की बात सोची। भारत को तो इससे कोई गुरेज ना था,लेकिन पाकिस्तानी हुकुमरानों ने कश्मीर को बलपूर्वक पाकिस्तान में मिलाने के लिए एक चाल चली। उसने कबाइलियों की आड़ में अपनी सेना को कश्मीर पर कब्जा करने के लिए भेज दिया। इससे पहले की कश्मीर रियासत के राजा हरि सिंह द्वारा भारत से सहायता मांगने पर भारतीय फौज कश्मीर से कबाइलियों की आड़ में पाकिस्तानी सेना को पूरी तरह से शिकस्त देती, पाकिस्तान ने कश्मीर के कुछ क्षेत्र पर कब्जा कर लिया और बाद में युद्ध विराम पर समझौता कर लिया। पाकिस्तान के अंदर कश्मीर का वही क्षेत्र आज पीओके के रूप में जाना जाता है ।भारत आज भी इसे अपना हिस्सा मानता है।नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के सत्ता में आने पर सरकार ने सदन और सदन के बाहर दोनो जगहों पर पीओके को भारत में मिलने की बात कही है। सदन से बाहर अमित शाह ने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान पीओके के हिंदू और मुसलमान को भारतीय बताकर एक बार फिर से पीओके को भारत में मिलाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहरा दिया है।

पीओके को लेकर अमित शाह ने अपनी सरकार का स्टैंड किया साफ

शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक निजी चैनल को इंटरव्यू दे रहे थे। इस दौरान टीवी चैनल के पत्रकार ने लोकसभा चुनाव के ठीक पहले सिटीजन अमेंडमेंट एक्ट यानि सीएए लागू करने को लेकर पूछे जाने वाले एक सवाल के दौरान यह पूछे जाने पर कि यह कानून क्या पाक अधिकृत कश्मीर के मुसलमान को भी भारत की नागरिकता नहीं देगा। इस सवाल के सुनते ही अमित शाह का चेहरा थोड़ा तमतमा गया।उन्होंने अपनी पार्टी और केंद्र सरकार का स्टैंड साफ करते हुए कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर यानि पीओके तो भारत का ही एक हिस्सा है, इसलिए वहां के हिंदू और मुसलमान दोनों ही हमारे लोग हैं। कोई भी इसे लेकर किसी प्रकार की भ्रांति ना पाले। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया कि वह और केंद्र सरकार के मंत्री पीओके के भारत का हिस्सा होने का बयान न सिर्फ संसद के बाहर दे रहे हैं, बल्कि सदन के अंदर भी उन्होंने इस बात को दोहराया है कि पीओके भारत का ही हिस्सा है।

पाकिस्तान में हिंदुओं पर लगातार हो रहा है अत्याचार

अमित शाह ने निजी चैनल के साथ हुए इंटरव्यू के दौरान कहा कि भारतीय जनता पार्टी धर्म के आधार पर देश के विभाजन को गलत मानता है। अमित साह ने कहा कि पाकिस्तान में हिंदुओं पर बहुत अत्याचार हुआ है।आंकड़ों के माध्यम से उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया की आजादी के वक्त पाकिस्तान में हिंदुओं की जनसंख्या 23 प्रतिशत थी, जो आज घटकर 2.7% रह गई है।सवालिया लहजे में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के हिंदुओं की आबादी में जो कमी आई है, वे लोग कहां गए ? उन्होंने कहा कि उनमें से कुछ चंद लोग पाकिस्तानियों की प्रताड़नाओं की पीड़ा से घबराकर किसी तरह से वहां से भागकर सीमा पारकर भारत आ गए हैं और यहां शरण लिए हुए हैं।जबकि हिंदुओं के एक बड़े हिस्से को पाकिस्तान में जबरन धर्म परिवर्तन कराकर मुसलमान बनने के लिए बाध्य कर दिया गया है। वहां हिंदुओं की महिलाओं से दुष्कर्म किए जा रहे हैं।ऐसी स्थिति में भला हम वहां से प्रताड़ित होकर भारत आए शरणार्थियों को नागरिकता क्यों नहीं दे? उन्होंने जोर देकर का कि कोई चाहे कुछ भी कर ले बीजेपी की केंद्र की सरकार ऐसे प्रताड़ित शरणार्थियों को नागरिकता देकर रहेगी।

सीएए के समय को लेकर उठाए जा रहे विपक्ष के सवाल को अमित शाह ने बताया निरर्थक

निजी चैनल के साथ दिए गए इंटरव्यू में विपक्षी द्वारा सीएए को लागू करने के समय को लेकर उठाई जा रही आपत्तियां पर आधारित सवाल को लेकर अमित शाह ने कहा कि विपक्षी नेताओं का यह सवाल बिल्कुल निरर्थक है। खासकर इस मुद्दे पर उन्होंने राहुल गांधी की जमकर क्लास लगाई।उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को कोई एनजीओ एक चिट थमा देता है और राहुल गांधी बिना सोचे समझे उसे ही हर जगह अपनी भाषणों में पढ़ने लगते हैं। अमित शाह ने कहा कि एक तो देश के बंटवारे के समय महात्मा गांधी,नेहरू,पटेल जैसे कांग्रेस के बड़े नेताओं ने पाकिस्तान के अत्याचार से घबड़ाकर भारत की तरफ पलायन कर रहे लोगों को कुछ समय तक वहां रहने और बाद में भारत मंगाने का भरोसा दिया था, वहीं दूसरी तरफ अपनी सरकार की टाइमिंग को लेकर उन्होंने कहा की टाइमिंग गलत होने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता है,क्योंकि यह भारतीय जनता पार्टी की चुनावी घोषणा पत्र का हिस्सा रहा है।2019 ईस्वी में दोबारा सत्ताशीन होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने सिटिजन अमेंडमेंट एक्ट को लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही जगह से पास करवा लिया। इसके बाद कोरोना काल की वजह से इसमें कुछ विलंब हुआ, लेकिन फिर भी हम सदन और सदन से बाहर हर जगह सीएए लागू करने की बात करते रहे और अब इसे पूरा कर न सिर्फ अपनी वचनबद्धता पूरी कर ली है बल्कि कांग्रेस पिछले 70 साल में पाकिस्तान से पलायन कर रहे लोगों को दिए गए अपने जिस भरोसे का पालन नहीं कर पाई,हम उसे भी पूरा कर रहे हैं ।