September 17, 2024

झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को ईडी ने किया गिरफ्तार

बीरेंद्र कुमार झा

पूछताछ के दौरान हर सवाल का जवाब जानकारी न होने की बात करने वाले झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। आलम को बुधवार (15 मई) को लगातार दूसरे दिन पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया।लगातार दो दिन चली पूछताछ के बाद आलमगीर आलम को गिरफ्तार किया गया है।

ईडी आलमगीर आलम को पीएमएलए कोर्ट में करेगी पेश

मंत्री की गिरफ्तारी के बाद ईडी कार्यालय की सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई।डॉक्टरों ने उनकी जांच की और आलम को पूरी तरह फिट बताते हुए कहा कि उनका ब्लड शुगर बढ़ा हुआ है, उसके लिए दवा दे दी गई है।आलमगीर आलम से मिलने के लिए उनकी मां और बेटी ईडी दफ्तर पहुंचीं थीं। आलम को गुरुवार (16 मई) को रांची के पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा।

संजीव लाल व जहांगीर की गिरफ्तारी के बाद आलम पर डाला हाथ

आलमगीर आलम की गिरफ्तारी से पहले उनके आप्त सचिव संजीव लाल और निजी सहायक जहांगीर को गिरफ्तार किया गया था। उनके आवास से नोटों के ढेर मिले थे। इसके बाद आलमगीर आलम को ईडी की ओर से समन जारी किया गया था।14 मई को तय समय पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता और झारखंड के मंत्री ईडी दफ्तर पहुंचे।कागजी कार्रवाई के बाद उनसे पूछताछ शुरू हुई।

जहांगीर के पास इतने पैसे होने की नहीं थी जानकारी

ईडी के अधिकारियों ने जब आलमगीर आलम से संजीव लाल और जहांगीर के बारे में पूछा, तो आलमगीर आलम ने कहा कि उन्हें नहीं मालूम था कि उनके निजी सहायक जहांगीर के पास करोड़ों रुपए हैं।जहांगीर गलत कार्यों में लिप्त था, इसकी भी जानकारी उन्हें नहीं थी।इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि विभाग में हो रही कमीशनखोरी के बारे में भी उन्हें नहीं पता था।मंगलवार को रात 8:30 बजे तक उनसे पूछताछ हुई।

लंबी पुछताछ के बाद हुई गिरफ्तारी

14 मई को थोड़ी देर से पूछताछ के लिए पहुंचे आलमगीर आलम।
इसके बाद उनसे कहा गया कि वे 15 मई (बुधवार) को फिर पूछताछ के लिए हिनू स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के रीजनल ऑफिस पहुंचें।ग्रामीण विकास मंत्री थोड़ी देर से पहुंचे।लंबी पूछताछ के बाद शाम को उनको अरेस्ट कर लिया गया।
बताया जा रहा है कि ईडी के अधिकारियों ने मंत्री से कमीशनखोरी से जुड़े कई सवाल पूछे। अधिकतर सवालों के जवाब में मंत्री ने कहा कि उन्हें इसके बारे में कुछ नहीं मालूम।

निलंबित मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम से जुड़े सवालों में घिर गए आलम

हालांकि निलंबित मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम से जुड़े सवालों में वह घिर गये।पूछताछ के दौरान अधिकारियों ने मंत्री को पीएमएलए की धारा 50 के तहत दिये जाने वाले बयान और उसके कानूनी महत्व के बारे में उनको बताया।इसके बाद उनसे उनकी और पारिवारिक सदस्यों के आय-व्यय का ब्योरा भी मांगा गया।मंत्री से उनके आप्त सचिव संजीव लाल और उसके कारनामों की भी जानकारी मांगी गई,लेकिन, मंत्री ने कहा कि उन्हें आप्त सचिव की गतिविधियों की जानकारी नहीं थी।