September 8, 2024

मंत्रिमंडल विस्तार चंपई सरकार के गले की फांस ,कांग्रेस और जेएमएम के कई  विधायक बागी

मंत्रिमंडल विस्तार चंपई सरकार के गले की फांस

हेमंत सोरेन को ईडी के द्वारा गिरफ्तार कर लिए जाने के बाद झारखंड में ,झारखंड मुक्ति मोर्चा से ही चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल कर बीजेपी के कथित राजनीतिक चाल, जिसमें वह ईडी के सहयोग से झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन वाली सरकार को गिराना चाहती थी, और फिर इन पार्टियों में फूट डालकर खुद की सरकार बनना चाहती थी,उसे नाकाम कर दिया। इतना ही नहीं राज्यपाल के द्वारा खुद को मुख्यमंत्री के पद और गोपनीयता की शपथ दिलाने के दो पखवाड़े के भीतर ही मंत्रिमंडल का विस्तार कर मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने बीजेपी को यह दिखा दिया की उनकी सरकार पर बीजेपी के छल – बल और कपट का कोई असर नहीं पड़ने वाला है। लेकिन अब जब उनके ही घटक दल कांग्रेस और जेएमएम में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने को लेकर कई विधायक बागी हो गए हैं, तो फिर इनके सरकार पर भी एक बार फिर से खतरा मंडराने लगा है।

कांग्रेस और जेएमएम दोनों प्रमुख घटक दल से उठ रहे हैं विरोध के स्वर

झारखंड में चंपई सोरेन के कैबिनेट विस्तार के बाद सत्तारूढ़ गठबंधन के दो दलों कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा में बगावत के सुर उठने लगे हैं।कांग्रेस के 12 विधायकों ने खुलम-खुल्ला ऐलान कर दिया है कि वे अपनी मांगों पर अभी भी अड़े हुए हैं।उन्होंने कहा कि पार्टी आलाकमान के सम्मान में शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। वहीं लातेहार से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक बैजनाथ राम ने चेतावनी दिया कि पार्टी ने 2 दिन में निर्णय नहीं लिया तो वे बड़ा फैसला लेंगे।

झारखंड कांग्रेस के 12 विधायकों ने दिखाएं बगावती तेवर

राजधानी रांची में कांग्रेस के विधायक अनूप सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम लोग कुल 12 विधायक हैं। हमने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश कुमार ठाकुर के जरिए आला कमान को एक पत्र भेजा ह। हमारी अभी भी वही मांगे हैं,जो पहले थे।चंपई सोरेन कैबिनेट के मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का यह मतलब कतई नहीं निकला जाना चाहिए कि हम अपनी मांगों को भूल गए हैं।

राहुल गांधी और खड़गे के सम्मान में शपथ ग्रहण में गए

अनूप सिंह ने आगे कहा कि हम अपनी बातों से और अपनी चिंताओं से आलाकमान को यह अवगत कराना चाहते हैं कि पार्टी के शीर्ष नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के फैसले के सम्मान में हम मंत्रिमंडल विस्तार कार्यक्रम में शामिल हुए थे ।अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो हम 12 विधायक विधानसभा नहीं जाएंगे।

कांग्रेस कोटे के सभी चार मंत्रियों को हटाया जाए

कांग्रेस विधायकों ने पार्टी के कोटे से मंत्री बने सभी चार लोगों को मंत्री पद से हटाने की मांग की है।।इतना ही नहीं इन कांग्रेस नेताओं ने यह भी कह दिया है कि हम सभी 12 विधायक एकजुट है। अगर हमारी मांग पर पार्टी ने उचित फैसला नहीं किया तो हम सभी लोग झारखंड से बाहर चले जाएंगे।

बजट सत्र से पहले फैसला नहीं हुआ तो चले जाएंगे बाहर

इन बागी विधायकों ने झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर को ज्ञापन देते हुए दो टूक कह दिया कि कांग्रेस खेमे के सभी चारो मंत्रियों को बदलें, नहीं तो हम विधानसभा सत्र में नहीं जाएंगे। बजट सत्र से पहले पार्टी फैसला ले, नहीं तो हमसब राज्य से बाहर निकल जाएंगे।

विधायकों का आरोप, मंत्री फोन तक नहीं उठाते हैं

कांग्रेस के नाराज विधायकों ने कहा है कि मंत्री फोन तक नहीं उठाते हैं।हमने 4 साल तक इनका काम देखा है।
लोकसभा और विधानसभा के चुनाव सिर पर हैं। हम क्षेत्र में क्या मुंह लेकर जाएंगे। कांग्रेस विधायकों का आरोप है कि सरकार में रहते हुए कांग्रेस कोटे के मंत्रियों ने कोई काम नहीं किया।

कांग्रेस के कोटे से बने 12 वां मंत्री

झारखंड कांग्रेस के बागी विधायकों ने कांग्रेस कोटे के मंत्रियों पर यह भी आरोप लगाया कि मंत्री , बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी के समर्थन में बयान देते हैं।इनकी मांग है कि 12 वां मंत्री कांग्रेस के कोटे से बनाया जाए ।साथ ही पार्टी में एक व्यक्ति एक पद लागू करने की भी मांग की जा रही है।

इन विधायकों ने अपना आए हैं बगावती तेवर

कांग्रेस विधायकों ने प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर से कहा हम लोगों ने 4 साल झेला है। बीजेपी के समर्थन में बात करने वालों को मंत्री बनाया जा रहा है। ऐसा नहीं चलने देंगे। बगावती तेवर अपनाने वाले कांग्रेस के विधायकों में शामिल हैं भूषण बाड़ा ,अनूप सिंह,दीपिका सिंह पांडे, रामचंद्र सिंह, अंबा प्रसाद,इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला, शिल्पी नेहा तिर्की,रामचंद्र सिंह और नमन विक्सल कोंगड़ी।

प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने विधायकों को समझाया

इन नाराज कांग्रेस विधायकों को झारखंड प्रभारी गुलाम मोहम्मद मीर ने समझाया था इसके बाद ही ये लोग शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। शपथ ग्रहण समारोह से लौटने के बाद तेवर इन बागी विधायकों ने फिर से अपना तेवर दिखाना प्रारंभ कर दिया है।इनका साफ कहना है की इनकी नाराजगी अभी भी बरकरार है।झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि इन विधायकों की नाराजगी जायज है।ये अपने क्षेत्र को लेकर चिंतित हैं।