September 8, 2024

एमपी पॉलिटिक्स :आखिर क्या है खड़गे और अरुण यादव की मुलाकात के मायने ?

न्यूज़ डेस्क
मध्यप्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और एमपी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव की मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि टिकट वितरण में अरुण यादव की बड़ी भूमिका को चिन्हित किया जा रहा है इसके साथ ही सूबे के सीएम मोहन यादव की काट के रूप में अरुण यादव की भूमिका को बढ़ाया जा सकता है।

बता दें कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी की मध्य प्रदेश इकाई के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव के बीच एकांत में हुई लंबी चर्चा के सियासी मायने खोजे जाने लगे हैं। इस मुलाकात को राज्य में लोकसभा सीटों के टिकट वितरण के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के तहत मध्य प्रदेश के बदनावर में आयोजित जनसभा में बुधवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हिस्सा लेने पहुंचे।

इंदौर के हवाई अड्डे पर मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव के बीच एकांत में लंबी चर्चा हुई। इस चर्चा की कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसमें नजर आ रहा है कि दोनों नेता काफी गंभीर हैं और चर्चा कर रहे हैं। बाद में दोनों नेता हेलीकॉप्टर से इंदौर से बदनावर गए।

हाल ही में हुए राज्यसभा चुनाव में अरुण यादव को पार्टी की ओर से उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चाएं थी। मगर, ऐसा हुआ नहीं। अब लोकसभा चुनाव करीब हैं और पार्टी जल्दी ही उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करने वाली है। अरुण यादव पार्टी का बड़ा ओबीसी चेहरा हैं और उनका राज्य के कई हिस्सों में प्रभाव भी है।

खड़गे और यादव की इस मुलाकात को आगामी लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों के चयन के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। राज्य में भाजपा ने ओबीसी वर्ग से नाता रखने वाले डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया है और उनके मुकाबले कांग्रेस के भीतर एक सशक्त ओबीसी चेहरे की तलाश जारी है। इतना ही नहीं बीजेपी ने राज्य की 29 लोकसभा सीटों में से 24 के लिए उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, जिनमें नौ पिछड़े वर्ग से हैं।