September 8, 2024

तय हुए दो चुनाव आयुक्तों के नाम ,राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेगीें इन्हें नियुक्त

बीरेंद्र कुमार झा

गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली निर्वाचन आयुक्त चयन समिति की बैठक में पूर्व नौकरशाह सुखबीर संधू और ज्ञानेश कुमार को चुनाव आयुक्त पद पर नियुक्ति के लिए चुन लिया है। सरकार से पहले लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने गुरुवार दोपहर मीडिया को इस बात की जानकारी दी। गौरतलब है कि कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता विपक्ष अधीर रंजन चौधरी भी निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति के लिए बनी चयन समिति के सदस्य हैं।अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि समिति के समक्ष 6 नाम रखे गए थे जिनमें से ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू का चयन निर्वाचन आयोग के रूप में किया गया है। एक बार नियुक्तियां अधिसूचित हो जाने के बाद नए कानून के तहत à वाली या पहली नियुक्ति होगी।

भारत के सीजेआई के नहीं रहने से मनमानी करती है मोदी सरकार

प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता विपक्ष अधीर रंजन चौधरी के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अभी शामिल हुए। कांग्रेस नेता अधीररंजन चौधरी ने चयन समिति में भारत के मुख्य न्यायाधीश की जगह एक केंद्रीय मंत्री को शामिल करने वाले कानून को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत के मुख्य न्यायाधीश को इस समिति में होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि पिछले साल लाए गए कानून ने आयुक्त की नियुक्ति वाले इस पैनल को महज एक औपचारिकता तक सीमित कर दिया है। इस पैनल में सरकार बहुमत में है,इसलिए वह जो चाहती है वही होता है।

सरकार जिसे चुनना चाहती थी उसी का हुआ चयन

कांग्रेस नेता अधीररंजन चौधरी ने कहा कि कल रात मुझे निर्वाचन आयुक्तों के नामों की जांच के लिए 212 नाम दिए गए थे।उन्होंने कहा कि मैं कल रात दिल्ली पहुंचा और बैठक आज दोपहर को थी। मुझे 212 नाम दिए गए थे। कोई एक दिन में इतने सारे उम्मीदवारों की जांच कैसे कर सकता है? फिर मुझे बैठक से पहले 6 शॉर्ट लिस्ट किए गए नाम दिए गए। बहुमत सरकार के साथ है, इसलिए उन्होंने उन्हीं उम्मीदवारों को चुना जिन्हें वे चुनना चाहते थे।

राष्ट्रपति द्वारा नियुक्ति होगी नवचयनित चुनाव आयुक्तों की

इससे पहले दिन में निर्वाचन आयोग के दो नए चुनाव आयुक्तों के चयन के लिए प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली उच्च अधिकार प्राप्त समिति की बैठक हुई। यह बैठक पहले 15 मार्च को शाम 6:00 बजे होनी थी। निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडे की पिछले महीने हुई सेवानिवृत्ति और इसके बाद अरुण गोयल के शुक्रवार को अचानक इस्तीफा देने की वजह से निर्वाचन आयुक्त के दो पद रिक्त हो गए थे ।अब एसएस संधू और ज्ञानेश कुमार के चयन के बाद बतौर निर्वाचन आयुक्त इनकी नियुक्ति राष्ट्रपति के द्वारा की जाएगी।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ही एकमात्र सदस्य बचे थे चुनाव आयोग में

निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की संभावित घोषणा से कुछ दिन पहले ही अरुण गोयल ने शुक्रवार को निर्वाचन आए उसके पद से इस्तीफा दे दिया था ।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया और कानून मंत्रालय ने एक सूचना जारी करके इसकी घोषणा कर दी। इसके बाद मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार निर्वाचन आयोग में एकमात्र सदस्य रह गए थे।

चयन समिति द्वारा शॉर्ट लिस्ट नहीं किए व्यक्ति को भी कर सकता है नियुक्त

इससे पहले केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की अध्यक्षता में गठित सर्च कमेटी ने इन रिक्तियों को भरने के लिए बुधवार को 6 उम्मीदवारों की एक सूची तैयार की थी। नया कानून 3 सदस्यीय चयन समिति को ऐसे व्यक्ति को नियुक्त करने की भी शक्ति देता है जिसे चयन समिति ने शॉर्ट लिस्ट नहीं किया है।