October 18, 2024

नड्डा को मिलेगी नई जिम्मेदारी ,शिवराज को मिल सकती है पार्टी की कमान !

न्यूज़ डेस्क
 मोदी की तीसरी दफा सरकार बनते ही पार्टी संगठन में भी बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। यह बदलाव राष्ट्रीय स्तर से लेकर राज्य स्तर पर होंगे। जानकारी के मुताबिक़ पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा की अब विदाई हो सकती है। उन्हें जून तक ही सेवा विस्तार दिया गया था। अब लोकसभा चुनाव ख़त्म होने के बाद उन्हें हटने की चर्चा भी होने लगी है।

सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक़ नड्डा को केंद्र सरकार में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। स्वास्थ्य मंत्री बनाने की बात चल रही है। वे पहले भी स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। वहीं, मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को गुजरात में बड़ा पद देने की संभावना जताई जा रही है। यदि गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर कोई बदलाव होता है, तो भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के बेहद भरोसेमंद होने के नाते मनसुख मंडाविया उसके बड़े दावेदार हो सकते हैं।  

नड्डा के हटने की संभावना के बीच पार्टी के अगले अध्यक्ष के नाम पर भी विचार तेज हो गया है। भाजपा के अंदर चर्चा है कि मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, जिन्हें मध्यप्रदेश में प्यार से लोग ‘मामा’ कहते हैं, को पार्टी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है। बेहद सौम्य स्वभाव के शिवराज सिंह चौहान को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद से हटाने पर बड़ी तीव्र प्रतिक्रिया सामने आई थी, लेकिन इसके बाद भी शिवराज सिंह चौहान ने जमकर पार्टी के लिए काम किया और राज्य की सभी 29 सीटों पर जीत दिलाकर मोदी सरकार को मजबूत करने का काम किया है।

यदि मध्यप्रदेश में पार्टी को झटका लगता, तो वर्तमान में भाजपा की सरकार बनने में भी मुश्किलें सामने आ सकती थीं। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद भी भाजपा के लिए लगातार ईमानदारी से काम करने का उन्हें बड़ा इनाम मिल सकता है। उन्होंने पार्टी की सदस्यता अभियान में महत्त्वपूर्ण सफलता दिलाकर भी अपनी सांगठनिक क्षमता दिखाई थी।

भाजपा सूत्रों के अनुसार, इस बार पार्टी में बड़े स्तर पर बदलाव हो सकता है। इसमें पार्टी के अध्यक्ष पद पर बदलाव के साथ-साथ कई प्रदेशों में अध्यक्ष पद पर भी बदलाव हो सकता है। हरियाणा, झारखंड, दिल्ली और महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए बड़ा बदलाव हो सकता है।

चूंकि, नई मोदी सरकार में एनडीए के सहयोगी दलों का दावा ज्यादा मजबूत रहने की संभावना है, इसका सीधा असर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की सरकार में भूमिका प्रभावित हो सकती है। कई बड़े नेताओं को सरकार से संगठन में भेजा जा सकता है तो कुछ को सरकार में लाया जा सकता है।

एनडीए के सबसे बड़े सहयोगी बनकर उभरी टीडीपी के द्वारा सड़क परिवहन मंत्रालय की मांग को भी भाजपा की आंतरिक राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। कहा जा रहा है कि नितिन गडकरी को केंद्र से हटाकर महाराष्ट्र राज्य में बड़ी जिम्मेदारी देने की सोच के चलते टीडीपी से इस तरह की मांग कराई गई है। यदि ऐसा होता है तो भाजपा में बड़ा बदलाव होना तय है।

नितिन गडकरी और शिवराज सिंह चौहान को आरएसएस से संबंध काफी अच्छे बताए जाते हैं। कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनावों में अपनी उपेक्षा के बाद संघ भी सक्रिय हो गया है। वह नई सरकार के गठन के साथ ही भाजपा संगठन में भी बड़े बदलाव को हरी झंडी दे सकता है।