September 19, 2024

नागपुर के फैक्ट्री में हुए हादसे में मरने वालों की संख्या बढकर हुई दो, 30-30 लाख रुपये मुआवजा देगी कंपनी

कारखाने में क्रेन ऑपरेटर, जुल्लार निवासी नंदकिशोर रामकृष्ण करंडे (40) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ब्रह्मानंद मानेगुर्दे (45) ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।

नागपुर: नागपुर जिले के मौदा में मंगलवार को एक सीमेंट ब्लॉक निर्माण कारखाने में ‘बॉयलर’ फटने से दो श्रमिक की मौत हो गई, जबकि सात अन्य लोग घायल हो गए। यह घटना नागपुर से लगभग 50 किलोमीटर दूर मौदा तालुक के जुल्लार गांव में स्थित श्रीजी ब्लॉक्स प्राइवेट लिमिटेड कारखाने में तड़के करीब साढ़े तीन बजे हुई। बताया जा रहा है कि घटना के समय पीड़ित नियमित काम कर रहे थे।

स्थानीय पुलिस ने बताया कि कारखाने में क्रेन ऑपरेटर, जुल्लार निवासी नंदकिशोर रामकृष्ण करंडे (40) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ब्रह्मानंद मानेगुर्दे (45) ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। उन्होंने यह भी बताया कि सात अन्य श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका अस्पताल में उपचार हो रहा है। एक अधिकारी ने बताया कि घटना के कारण का पता लगाने के लिए फोरेंसिक कर्मी और उद्योग विशेषज्ञों की एक टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है।

कंपनी में जिस समय ब्लास्ट हुआ उस समय नाइट शिफ्ट में कुछ लोग काम कर रहे थे। धमाके में सुरेन्द्र उमक, कृष्णा विभुते, गुणवंत गजभिये, वंश वानखेड़े, कालू उमेदा शाहू (लालान,) सैयद हुसैन, कुवरलाल गुणाजी भगत, स्वप्निल नारायण सोनकर, गुणवंत दौलत गजभिए गंभीर रूप से जख्मी हुए। यह कंपनी झुल्लर के सर्वे नंबर 101/2 में पिछले 6-7 वर्षों से सीमेंट के ब्लॉक बनाने का काम कर रही है। इसमें स्टाफ समेत 50 कामगार काम करते हैं।

ब्लास्ट से घरों की छतें उड़ी

सोमवार की रात और मंगलवार की सुबह कंपनी में कुछ तकनीकी खराबी होने से अचानक ब्लास्ट हुआ। ब्लास्ट होते ही कंपनी में भगदड़ मच गई। ड्यूटी पर जो कामगार थे वे खुद को बचाने इधर-उधर भागने लगे लेकिन क्रेन ऑपरेटर नंदकिशोर धमाके की चपेट में आ गया। धमाका इतना जबरदस्त था कि कंपनी की कुछ पाइप लाइन भी टूट गई। धमाके की वजह से कंपनी के बाजू में रहने वाले लोगों की झोपड़ियों के टीन की छतें भी उड़ गईं। कुछ लोगों ने आंगन में बकरियां बांध रखी थीं, उनकी भी इसकी चपेट में आने से मौत हो गई।

मुआवजे को लेकर कामगारों ने किया हंगामा

घटना की जानकारी मिलने पर शिवसेना के जिला प्रमुख देवेंद्र गोडबोले, नागपुर जिप की महिला व बाल कल्याण सभापति प्रा. अवंतिका लेकुरवाडे, नागपुर जिला अनुसूचित जाति विभाग (भाजपा) के जिला अध्यक्ष नरेश मोटघरे, तहसील कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ज्ञानेश्वर वानखेड़े, पुलिस पाटिल अर्पणा वानखेड़े, सरपंच विद्या वानखेड़े, वडोदा विवाद मुक्त समिति के अध्यक्ष सुधाकर ठवकर, मौदा के थानेदार सतीश सिंह राजपूत घटनास्थल पर पहुंचे। कामगारों ने कंपनी के सामने मृतकों के परिजनों और घायलों को मुआवजा देने के लिए हंगामा खड़ा कर दिया।

30-30 लाख रुपये मुआवजा देगी कंपनी

जनप्रतिनिधियों ने भी मृतकों के परिजनों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा देने और परिवार के सदस्य को कंपनी में स्थायी नौकरी देने, घायलों का पूरा इलाज व परिवार को कुछ आर्थिक मदद देने की मांग की। कंपनी के मालिक ने मृतकों के परिजनों को 30-30 लाख रुपये और मृतकों की पत्नियों को पेंशन देने की बात लिखित में स्वीकार की। सभी घायलों को नागपुर रेफर कर दिया गया जहां उनका उपचार जारी था। मौदा पुलिस मामले की जांच कर रही है।

source -Navbharat