September 19, 2024

नजरिया (सुदर्शन चक्रधर) – क्या भाजपा पर भारी पड़ेगा कंगना का किसान विरोधी बयान?

कई बार विवादों में रह चुकी बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र से भाजपा की निर्वाचित सांसद कंगना रनौत ने हाल ही में अपने एक बयान से खलबली मचा दी. उन्होंने अपने एक्स हैंडल से एक वीडियो री-पोस्ट करके कहा था कि जो बांग्लादेश में हुआ, वह यहां भी होते हुए देर नहीं लगती, अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व इतना मजबूत नहीं होता. क्योंकि किसान आंदोलन के दौरान वहां लाशें लटकीं थीं और वहां महिलाओं संग रेप हो रहे थे. जब किसानों के हितकारी बिल वापस लिए गए तो पूरा देश चौंक गया था, लेकिन वो किसान आज भी वहां बैठे हुए हैं.

कंगना ने इसे पूर्णतः षडयंत्र बताया और कहा कि यह बड़ी लंबी प्लानिंग थी, जैसे बांग्लादेश में हुई है. इसके बाद बवाल मच गया और चारों तरफ से कंगना घिर गई तथा बीजेपी पर भी टिप्पणी होने लगीं. कंगना के बयान को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार का दुष्प्रचार-तंत्र लगातार किसानों का अपमान करने में जुटा हुआ है. राहुल का कहना पड़ा कि इस तरह के बयान भाजपा के किसान विरोधी इरादों का सबूत है.

राहुल ने मोदी सरकार पर किसानों से किए वादे पूरे नहीं करने का भी आरोप लगाया. राहुल का यह बयान तब आया, जब खुद बीजेपी ने ही कंगना के बयान से किनारा कर लिया. राहुल ने पोस्ट कर कहा कि किसानों से किए गए वादों को पूरा करने में मोदी सरकार नाकाम रही है. 378 दिन के मैराथन संघर्ष में 700 से ज्यादा किसानों की जान चली गई उन किसानों को बीजेपी सांसद द्वारा बलात्कारी व विदेशी ताकतों का नुमाइंदा कहना बीजेपी की किसान विरोधी नीति और नीयत का एक और सबूत है. इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता.

अब किसानों के एक संगठन द्वारा मुखर होकर अभिनेत्री-सांसद कंगना रनौत से माफी मांगने के लिए कहा जा रहा है. लेकिन वह टस से मस नहीं हो रही हैं. यह संगठन अदालत भी पहुंच गया है. इस पर अभिनेत्री कह रही है कि मैं अब पार्टी की नीतियों पर चलूंगी. अब जो पार्टी आदेश करेगी, वही करूंगी.
ऐसे में सवाल उठता है कि जो कंगना ने कहा, क्या वह पार्टी नीति के अंतर्गत था? लेकिन बीजेपी ने कंगना के बयान से पूरी तरह किनारा कर लिया और कहा कि यह उनका व्यक्तिगत बयान है. जबकि कांग्रेस नेत्री सुप्रिया सुमित्रा ने तो कंगना के विदेशी ताकत वाली बात को लेकर विदेश और गृह मंत्रालय से ही जवाब मांग लिया.
वाकई इस विवादित अभिनेत्री की फिल्म भी विवादित होती हैं. कंगना की ‘इमरजेंसी’ नाम से एक विवादित फिल्म भी आ रही है. इसमें कंगना रनौत ने इंदिरा गांधी का रोल प्ले किया है. इसको लेकर भी बवाल मचा हुआ है.

सांसद बनने के बाद भी कंगना कभी राहुल गांधी पर विवादित टिप्पणी करती दिखती हैं, तो कभी शंकराचार्य पर सवाल उठाती हैं. लेकिन यह पहली बार है, जब बीजेपी ने कंगना के बयान से ख़ुद को अलग किया और कहा कि वह पार्टी की तरफ़ से राय रखने के लिए अधिकृत नहीं हैं. कंगना का बयान ऐसे समय में आया, जब हरियाणा में विधानसभा चुनाव भी होने हैं. हरियाणा के किसान आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे थे. इससे बीजेपी को नुकसान भी हो सकता है.
दरअसल, कंगना ने जो बयान दिया है, उसे कोई भी पार्टी स्वीकार नहीं कर सकती है. हरियाणा में बीजेपी ऐसे ही कमज़ोर हालत में है और वह कोई अतिरिक्त जोख़िम नहीं उठा सकती! अब देखना है कि बीजेपी कंगना के बयान से हुए डैमेज को कंट्रोल कैसे करती है!