September 8, 2024

बाबा विश्वनाथ की कृपा से 10 वर्षों से वाराणसी में बज रहा विकास का डमरू

बाबा विश्वनाथ की कृपा से 10 वर्षों से वाराणसी :-

शिव शिव कहकर कसो लंगोटा भैरव नाम दंड पेलकर, खेला कर तू ताल ठोक कर, तुझको कौन पछाड़ेगा। जाकर रक्षक त्रिशूल धारी,उसका कौन बिगड़ेगा। कुछ इसी तर्ज पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में सांसद ज्ञान प्रतियोगिता, सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता और सांसद संस्कृत प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा की काशी में 10 साल में विकास का डमरू बजा है। बाबा जो चाह जालन ओके के रोक पावेला अर्थात काशी विश्वनाथ की जो इच्छा होती है उसे रोकने वाला कोई नहीं। काशी विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में आयोजित सांसद ज्ञान प्रतियोगिता, सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता और सांसद संस्कृत प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार देते वक्त प्रधानमंत्री ने उनके साथ हुए संवाद के दौरान कहा कि युवा विद्वानों के बीच आने से ज्ञान की गंगा में डुबकी लगाने जैसा अनुभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह दृश्य विश्वास दिलाता है कि अमृत काल में आप सभी युवा देश को एक नई ऊंचाई पर ले जाएंगे

सर्व विद्या का केंद्र रहा काशी,फिर से संवर रहा है

पांच-पांच प्रमुख प्रतिभागियों को सम्मानित करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि काशी सर्व विद्या की राजधानी है।काशी का स्वरूप फिर से संवर रहा है। यह पूरे भारत के लिए गौरव की बात है। मैं सभी विजेताओं को,उनके परिश्रम और प्रतिभा को बधाई देता हूं और जो चूक गए उनका अभिनंदन करता हूं।आप में से कोई भी साथी हारा नहीं है और ना ही पीछे रहा है।आप इस भागीदारी के जरिए कई कदम और आगे आए हैं। इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाला हर कोई बधाई का पात्र है। मैं सभी विद्वानों का भी आदरपूर्वक धन्यवाद करता हूं।

10 साल में चारों तरफ विकास का डमरू बजा है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में काशी में जो विकास हुए हैं,उसके हर पड़ाव, उसकी संस्कृति की इतिहास इस किताब में लांच करता हूं। काशी में रहने वाले महादेव और उनके गण है।जहां महादेव का कृपा हो जाला,महादेव के आशीष के साथ 10 वर्षों में चारों ओर विकास का डमरू बजा है।आज एक बार फिर काशी के लोगों के लिए करोड़ों रुपए का लोकार्पण होना है। 10 वर्षों में विकास गंगा ने विकास को सींचा है। काशी कितनी बदली है, उसे आप सभी ने देखा है। यही महादेव के कृपा की ताकत है,यही काशी का सम्मान है।