September 8, 2024

क्या हॉर्स ट्रेडिंग के खेल से बच पायेगी हिमाचल की कांग्रेस सरकार ?

अखिलेश अखिल 
हिमाचल प्रदेश में अभी भले ही सब कुछ शांत दिख रहा हो लेकिन हिमाचल की कांग्रेस सरकार कितने दिनों तक बची रहेगी कहना मुश्किल है। जिस तरह से बीजेपी के कांग्रेस विधायकों में सेंध लगाईं है उससे साफ़ है कि आने वाले दिनों में वहां कोई भी बड़ा खेला हो सकता है।
 

हिमाचल प्रदेश की राजनीति में अचानक उठे तूफ़ान का भविष्य क्या होगा यह तो कोई नहीं जानता लेकिन  इतना तय है कि हिमाचल की कांग्रेस सरकार के लिए अच्छे संकेत नहीं है। पार्टी के भीतर जो कुछ होता दिख रहा है उससे साफ़ लगता है कि भविष्य में बहुत कुछ  होना है। हिमाचल के संकट पर प्रियंका गाँधी ने जो बयान दिए हैं उसके कई संकेत मिल रहे हैं। प्रियंका गाँधी ने कहा है कि 25 विधायकों वाली पार्टी यदि 43 विधायकों के बहुमत को चुनौती दे रही है तो इसका मतलब साफ है कि वो प्रतिनिधियों के खरीद-फरोख्त (हॉर्स ट्रेडिंग) पर निर्भर है। 

 प्रियंका गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा, ”इनका यह रवैया अनैतिक और असंवैधानिक है।  हिमाचल और देश की जनता सब देख रही है। जो बीजेपी प्राकृतिक आपदा के समय प्रदेशवासियों के साथ खड़ी नहीं हुई, अब प्रदेश को राजनीतिक आपदा में धकेलना चाहती है। ”

उन्होंने सोशल मीडिय एक्स पर पोस्ट किया, ”लोकतंत्र में आम जनता को अपनी पसंद की सरकार चुनने का अधिकार है।  हिमाचल की जनता ने अपने इसी अधिकार का इस्तेमाल किया और स्पष्ट बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनाई। लेकिन बीजेपी धनबल, एजेंसियों की ताकत और केंद्र की सत्ता का दुरुपयोग करके हिमाचल वासियों के इस अधिकार को कुचलना चाहती है। ‘
उन्होंने दावा किया कि इस मक़सद के लिए जिस तरह बीजेपी सरकारी सुरक्षा और मशीनरी का इस्तेमाल कर रही है, वह देश के इतिहास में अभूतपूर्व है।

लोकतंत्र में आम जनता को अपनी पसंद की सरकार चुनने का अधिकार है। हिमाचल की जनता ने अपने इसी अधिकार का इस्तेमाल किया और स्पष्ट बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनाई। लेकिन भाजपा धनबल, एजेंसियों की ताकत और केंद्र की सत्ता का दुरुपयोग करके हिमाचल वासियों के इस अधिकार को कुचलना चाहती है। 

हिमाचल प्रदेश विधानसभा की 68 सीटों में से कांग्रेस के पास 40 और बीजेपी के पास 25 सीटें हैं। बाकी तीन सीट पर निर्दलीयों का कब्जा है. राज्य की राज्यसभा की एक सीट पर हुए वोटिंग में कांग्रेस के छह विधायकों की ‘क्रॉस वोटिंग’ किए जाने के बाद बीजेपी ने सीट पर जीत हासिल की थी। 

बीजेपी के उम्मीदवार हर्ष महाजन ने कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी को पराजित कर दिया था।  दोनों को 34-34 वोट मिले थे। लेकिन उसके बाद महाजन को ड्रॉ के जरिए विजेता घोषित कर दिया गया। इसके बाद से राज्य में राजनीतिक संकट पैदा हो गया है। सूत्रों ने  बताया कि क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायक बुधवार सुबह पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम से हेलीकॉप्टर में सवार होकर रवाना हुए। 

नेता प्रतिपक्ष औऱ पूर्व सीएम जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्यसभा चुनाव के नतीजों से यह स्पष्ट हो गया कि कांग्रेस सरकार अल्पमत में है।  उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से इस्तीफा देने की मांग की।  उन्होंने कहा, ‘‘ हमें आशंका है कि विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया बीजेपी विधायकों को निलंबित कर सकते हैं ताकि विधानसभा में बजट पारित किया जा सके। ’’