October 18, 2024

आज किसान करेंगे रेल रोको आंदोलन, 4 घंटे के लिए थम जाएगा रेल का पहिया

बीरेंद्र कुमार झा

13 फरवरी से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं किसान रविवार को देशभर में रेलवे को अभियान चलाने वाले हैं ।किसान संगठनों द्वारा 4 घंटे तक देशव्यापी रेल रोको आंदोलन चलाया जाएगा। यह आंदोलन दोपहर 12:00 बजे से शुरू होकर शाम के 4:00 बजे तक चलेगा ।किसान किसान आंदोलन में मुख्य रूप से पंजाब और हरियाणा के किसानों के शामिल होने की वजह से रेल रुको आंदोलन का सबसे ज्यादा असर भी पंजाब और हरियाणा से होकर गुजरने वाले रेल मार्गों पर ही पड़ेगा।

रेलवे ट्रैक पर बैठकर करेंगे प्रदर्शन

किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि पंजाब के फिरोजपुर अमृतसर रूपनगर और गुरदासपुर जिलों में किसान रेलवे ट्रैक पर बैठकर प्रदर्शन करेंगे। वहीं भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) और संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े अन्य संगठन भी इस आंदोलन का हिस्सा बनेंगे। रेल रोको आंदोलन से पहले राज्य की सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था चुस्त – दुरुस्त कर दी गई है।  अंबाला जिला में धारा 144 लगाई गई है। तनाव वाली जगह पर पुलिस की तैनाती भी बढ़ा दी गई है।

आंदोलन में तेजी लाने के लिए किया जा रहा है रेल रोको आंदोलन

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस आंदोलन का असर इंटरसिटी और दूसरे राज्यों के बीच चलने वाली ट्रेनों पर पड़ सकता है ।गौरतलब है कि किसान आंदोलन की वजह से पिछले महीने भी दिल्ली अमृतसर खंड पर कई ट्रेनें देरी से चल रही थीं। शरवन सिंह पंढेर तथा जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि किसान आंदोलन में तेजी लाने के लिए रेल रोको आंदोलन चलाने का फैसला किया गया है। दल्लेवाल ने कहा कि सरकार को अपनी जिम्मेदारियां से पीछे नहीं हटना चाहिए। किसानों को एमएसपी की गारंटी मिलना ही चाहिए। किसानों का कहना है कि स्वामीनाथन कमीशन द्वारा दिए गए सी प्लस 50% के फार्मूले से ही किसानों की सभी फसलों पर एमएसपी दी जानी चाहिए और इसके लिए कानून बनना चाहिए ।गौरतलब है कि किसान आंदोलन 13 फरवरी से शुरू हुआ था। पंजाब के करीब 200 किसान संगठनों ने दिल्ली चलो मार्च शुरू किया था ,जिन्हें हरियाणा के बॉर्डर पर ही रोक दिया गया।किसानों की सरकार से 12 मांगे हैं। कई 1 की बातचीत के बाद भी किसान घर वापस लौटने को तैयार नहीं है।किसानों की मांग है कि स्वामीनाथन कमीशन की सिफारिश को लागू किया जाए, किसानों और मजदूरों को पेंशन दी जाए और इसके अलावा किसानों के खिलाफ दर्ज सारे केस वापस लिए लिए जाएं।

किसान नेताओं की जनता से अपील

आंदोलनकारी किसान नेताओं ने जनता से अपील की है कि एक दिन कुछ घंटे के लिए रेल यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि हो सकता है तो लोग दोपहर 12:00 बजे से पहले या फिर 4:00 के बाद यात्रा की योजना बनाएं ।किसान नेताओं का कहना है कि देश के किसानों के हित के लिए थोड़ी सी असुविधा लोगों को उठानी पड़ सकती है,लेकिन यह सब के लिए जरूरी है।