September 8, 2024

दिल्ली प्रवेश करेंगे किसान,रामलीला मैदान में बैठक की दिल्ली पुलिस ने सशर्त दी इजाजत

बीरेंद्र कुमार झा

1 महीने से हरियाणा और पंजाब के किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली चलो अभियान के तहत दिल्ली में प्रवेश के लिए प्रयासरत हैं। एक तरफ हरियाणा सरकार इन किसानों का रास्ता रोके हुई है, तो वहीं दूसरी तरफ दिल्ली की सीमाओं पर भी पुलिस और अर्धसैनिक बालों ने उनके लिए अवरोध खड़े कर दिए हैं। इस दौरान किसानों के प्रदर्शन और पुलिस तथा अर्ध सैनिक बलों के द्वारा इन्हें रोकने के प्रयास में हुए बल प्रयोग में कई किसान घायल हुए। कुछ किसानों की तो जान भी चली गई।इसके अलावा किसानों द्वारा पत्थर फेंके जाने से कई पुलिस के भी घायल होने की बातें सामने आई, लेकिन फिर भी दोनों के बीच शक्ति प्रदर्शन का दौर जारी रहा। लेकिन किसान नेताओं के अनुसार अब दिल्ली पुलिस ने दिल्ली के रामलीला मैदान में 14 मार्च को किसान संगठनों को महापंचायत करने की इजाजत दे दी है। वही दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसने कड़ी शर्तों के साथ किसानों को दिल्ली के रामलीला मैदान में महा पंचायत की इजाजत दी है। इस बारे में पुलिस उपायुक्त (मध्य ) एम हर्षवर्धन ने कहा कि हमने कड़ी शर्तें लगाई हैं और किसान मोर्चा के नेताओं ने एक शपथ पत्र हस्ताक्षर किए हैं कि वे इन शर्तों का पालन करेंगे।

लड़ाई तेज करने का पारित होगा प्रस्ताव

संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं नेता ने कहा कि किसानों के इस महापंचायत में मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ लड़ाई तेज करने का प्रस्ताव पारित किया जाएगा।तीन केंद्रीय कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर 2020-21 में किसानों के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले किसान संगठनों की अगवाई वाले संयुक्त किसान मोर्चा ने इस बात पर जोर दिया कि किसानों का यह महापंचायत शांतिपूर्ण रहेगा।

संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बयान में दावा किया कि दिल्ली पुलिस ने 14 मार्च 2024 को रामलीला मैदान में महापंचायत आयोजित करने और दिल्ली नगर निगम के सहयोग से पार्किंग स्थान और पानी शौचालय और एंबुलेंस जैसी सुविधाओं की व्यवस्था करने के लिए एनओसी जारी की है।एसकेएम ने किसानों और कार्यकर्ताओं से किसान मजदूर महापंचायत में बड़ी संख्या में भाग लेने की अपील की और कहा कि आयोजन को राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण और सफल बनाने के लिए तैयारियां जोरों पर है।

संघर्ष के लिए पारित होगा संकल्प पत्र

किसान नेताओं ने कहा कि इस महापंचायत में मोदी सरकार की कॉर्पोरेट समर्थक, सांप्रदायिक, तानाशाहीपूर्ण नीतियों के खिलाफ लड़ाई तेज करने के लिए और खेती,खाद्य सुरक्षा, आजीविका और लोगों को कारपोरेट लूट से बचने के लिए संघर्ष करने के लिए इस महापंचायत में एक संकल्प पत्र पारित किया जाएगा।

भावी कार्ययोजना की होगी घोषणा

संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि आगामी लोकसभा चुनाव के संदर्भ में किसानों और श्रमिकों की वास्तविक मांगों को लेकर चल रहे संघर्ष को कैसे तेज किया जाए इसको लेकर महापंचायत भाभी का कार्यक्रम की कार्य योजना की घोषणा करेगी उसने कहा कि आसपास के राज्यों से भी लोग इस महापंचायत में शामिल होंगे।

अधिकांश किसान ट्रेनों से आएंगे और अपनी गाड़ियां निर्धारित जगह पर खड़ा करेंगे

संयुक्त किसान मोर्चा के बयान में कहा गया है की दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाले 14 तारीख के इस महापंचायत में शामिल होने के लिए अधिकांश किसान ट्रेन से आ रहे हैं। दिल्ली तक परेशानी मुक्त परिवहन के लिए बसों और चार पहिया वाहनों पर संबंधित संगठनों के झंडों के अलावा स्टीकर लगा होगा और किसानों को गंतव्य तक छोड़ने के बाद इन वाहनों को दिल्ली में आवंटित स्थान पर खड़ा किया जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि दिल्ली पुलिस प्रतिभागियों के साथ-साथ जनता को सुगम यातायात की सुविधा प्रदान करने के लिए एक एडवाइजरी जारी करेगी।

गौरतलब है कि पिछले फरवरी महीने की 13 तारीख से संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने दिल्ली चलो का आह्वान किया था। तब किसान अपने-अपने ट्रैक्टर लेकर दिल्ली में प्रवेश करना चाहते थे, जिसे हरियाणा में अधिकारियों ने पंजाब से प्रवेश के दौरान रोक दिया था और दिल्ली पुलिस ने भी पड़ोसी राज्य के साथ शहर की सीमाओं पर भी बैरिकेडिंग कर उन्हें दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया था। प्रदर्शनकारी किसान तब से फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी सहित अपनी अन्य मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए पंजाब और हरियाणा की दो सीमा बिंदुओं पर डेरा डाले हुए हैं।