September 8, 2024

बीएससी शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में माफियाओं को पेन ड्राइव में मिल गए थे प्रश्न,10 -10 लाख में बेचा

बीरेंद्र कुमार झा

बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ( ईओ यू)की जांच में खुलासा हुआ है कि बीपीएससी द्वारा आयोजित फेज 3 की अध्यापक नियुक्ति परीक्षा का प्रश्न पत्र परीक्षा से एक दिन पहले ही लीक हो गया था। जो प्रश्न पत्र नकल गिरोह को मिले थे उसे ईओयू ने हु ब हू सही पाया है। गिरोह के सदस्यों ने पूछताछ के क्रम में बताया है कि एक व्यक्ति ने उनको शिक्षक भर्ती परीक्षा के तृतीय चरण के प्रश्न पत्र पेन ड्राइव में 14 मार्च को ही उपलब्ध करा दिया था। इस पेन ड्राइव में से प्रश्नों के कई प्रिंट निकाल कर अपराधियों ने अभ्यर्थियों के अलग-अलग समूहों को उत्तर याद करवाने के लिए उपलब्ध कराया था। छापेमारी और प्रारंभिक पूछताछ के बाद ईओयू के पदाधिकारी ने उक्त प्रश्न पत्र को परीक्षा के बाद बीएससी के कार्यालय से प्राप्त प्रश्न पत्र की प्रति से मिलान भी कराया। प्रश्न पत्र के हूबहू सही पाए जाने से यह प्रमाणित हो गया कि 15 मार्च को बीपीएससी द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र किसी स्तर से परीक्षा गिरोह के सदस्यों द्वारा प्राप्त कर लिया गया था।ईओयू कि रिपोर्ट के बाद अब बीपीएससी के स्तर पर परीक्षा को रद्द किए जाने संबंधित कार्रवाई की जा सकती है।

13 मार्च को यू को मिली थी गोपनीय सूचना

आर्थिक अपराध इकाई से मिली जानकारी के मुताबिक बीपीएससी की शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण (टी आर ई – 3) की 15 मार्च को होने वाली परीक्षा से दो दिन पहले 13 मार्च को ही उनको कई सूत्रों से गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी। इन सूत्रों ने बताया कि शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल हो रहे अभ्यर्थियों को परीक्षा से पूर्व ही प्रश्न पत्र एवं उत्तर मुहैया कराने के एवज में नकल गिरोह के सदस्यों द्वारा 10-10 लाखों प्रति प्रश्नपत्र लिया जा रहा है ।इसको देखते हुए बिहार ईओयू ने 14 मार्च को एक विशेष जांच दल गठित की।इस टीम ने छापामारी के क्रम में प्रश्न पत्र लिक करने वाले गिरोह की एक सदस्य को पटना स्थित करहबिगिया क्षेत्र से शिक्षक भर्ती परीक्षा की अभ्यर्थियों के साथ पकड़ा। उसके पास से बहुत सारे दस्तावेज जप्त किए गए। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों को पूछताछ हेतु ईओयू कार्यालय लाया गया। पूछताछ के दौरान उन लोगों ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों के द्वारा सैकड़ो की संख्या में व्यक्तियों को कई स्कॉर्पियो एवं बस से लीक प्रश्न पत्र का उत्तर रटवाने के लिए झारखंड ले जाया गया है।

15 मार्च की सुबह से ही विशेष जांच टीम ने शुरू की थी छापेमारी

गिरोह के सदस्यों से प्राप्त सूचना के आलोक में गठित विशेष जांच टीम ने 15 मार्च को सुबह 5:00 बजे से ही झारखंड पुलिस की सहायता से हजारीबाग स्थित कुर्रा, पदमा एवं बरही स्थित होटल कोहिनूर एवं मैरिज हॉल में छापेमारी की।यहां पर लीक प्रश्न पत्र का उत्तर रटवाने के लिए नकल गिरोह के सदस्यों के साथ सैकड़ो की संख्या में अभ्यर्थी एकत्र हुए थे। उनमें से लगभग 270 अभ्यर्थियों और नकल गिरोह के सदस्यों से परीक्षा के संबंध में पूछताछ की गई।नकल गिरोह के सदस्यों ने पूछताछ के क्रम में बताया कि एक अन्य अभियुक्त द्वारा उनको शिक्षक भर्ती परीक्षा के तृतीय चरण के प्रश्न पत्र पेनड्राइव में 14 मार्च को ही उपलब्ध करा दिया गया था।छापेमारी के दौरान नकल गिरोह के सदस्यों के पास से शिक्षक भर्ती के तृतीय चरण की परीक्षा से संबंधित विभिन्न प्रश्न पत्र प्राप्त हुए जिसको विधिवत जप्त कर जप्ति सूची बनाई गई।

हजारीबाग से जप्त हुए थे सामान

नकल गिरोह के सदस्यों एवं उनके मेल में आए अभ्यर्थियों के पास से शिक्षक भर्ती परीक्षा से संबंधित विभिन्न परीक्षा केदो से जुड़े विभिन्न पालियों के प्रवेश पत्र, अभ्यर्थियों के मूल प्रमाण पत्र ,ब्लैंक चेक, ₹50000, लगभग 50 मोबाइल, लैपटॉप ,प्रिंटर ,पेन ड्राइव आदि भी पटना एवं हजारीबाग से बरामद किया गया है ईओयू के अधिकारी ने बताया कि अभी तक की जांच एवं अनुसंधान से प्रकाश में आया है कि संगठित नकल गिरोह के संपर्क में आकर अभ्यर्थी लाभान्वित होकर गैरकानूनी तरीके से परीक्षा में उत्तीर्ण होना चाहते थे।साथ ही यह तथ्य भी प्रकाश में आया है कि नकल गिरोह के द्वारा अभ्यर्थियों से प्रति अभ्यर्थी 10 लख रुपए लेकर उन्हें परीक्षा पूर्व प्रश्न पत्र उत्तर सहित उपलब्ध कराया गया, जिसका अभिलेखीय साक्ष्य पाया गया है।इस कांड की मॉनिटरिंग वरीय स्तर पर की जा रही है। इस संबंध में पटना के ईओयू थाना में विभिन्न धाराओं में कांड संख्या 06/से 24 दर्ज करते हुए अग्रतर अनुसंधान एवं विधि सम्मत कार्रवाई की जा रही है।