October 18, 2024

आखिर नीतीश और तेजस्वी में क्यों भिड़ंत हो गई ?

अखिलेश अखिल 
राजनीति में न कुछ सच होता है और न झूठ। न कोई सदाचारी है न कोई व्यभिचारी। इन शब्दों के बीच एक पतली सी लकीर है जिसके सहारे राजनीति आडम्बर और झूठ के जरिये आगे चलती है। जो राजनीति को जानते और समझते हैं वे हंसकर रह जाते हैं और जो राजनीति और नेताओं को आका मानते हैं वह उनके जाल में फंसते चले जाते हैं। आज के दौर में सभी दलों ने अंधभक्तो को पैदा किया है। उनके अपने -अपने नेता उनके लिए किसी अवतार से कम नहीं।    

अंधभक्तो की अपनी दुनिया होती है। वे दिमाग से कुंद होते हैं और चरण वंदना उनके संस्कार में होते हैं ऐसे में इन लोगों के सामने कोई तर्क नहीं चल सकता। वे विज्ञान को मानते नहीं और तर्क  से उन्हें कोई वास्ता होता नहीं। सभी पार्टियों में आजकल अंधभक्तो की तादाद भरी हुई है। 

बिहार के चुनाव में अब संतानों की संख्या को लेकर सियासत शुरू हो गयी है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के बच्चों की संख्या को लेकर तंज कसा था तो सोमवार को लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी यादव ने भाजपा के कई नेताओं सहित कई महापुरुषों के पारिवारिक सदस्यों की गणना कर दी।पत्रकारों से चर्चा करते हुए तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार के लिए हमेशा सम्मान रहेगा। वे खुद नहीं बोलते हैं उनसे बुलवाया जाता है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी हमारे अभिभावक और पिता तुल्य हैं। मेरे परिवार पर बोलने से पहले उनको जानना चाहिए कि जिन्होंने इस देश का संविधान लिखा था, वह 14 भाई बहन थे। बाबा साहब खुद 14 वें नंबर पर थे।इसके आगे उन्होंने कहा कि सुभाष चंद्र बोस जी भी 14 भाई बहन थे और खुद वह आठवें नंबर पर थे।

इतना ही नहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पांच भाई-बहन हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई भी सात भाई-बहन थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भी 6 भाई-बहन हैं, जबकि उनके दादा सात भाई-बहन थे। यही नहीं, उनके एक चाचा नरसिंह दास जी के आठ बच्चे हैं। गृह मंत्री अमित शाह सात भाई-बहन हैं और वह खुद सातवें नंबर पर हैं। भाजपा के पटना साहिब से प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद जी सात भाई-बहन हैं।

इसके आगे तेजस्वी ने कहा कि तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर राव जी 10 भाई-बहन हैं। राष्ट्रगान लिखने वाले रवीन्द्रनाथ टैगोर जी 7 भाई-बहन थे। प्रखर विद्वान पूर्व राष्ट्रपति वीवी गिरी जी के 14 बच्चे थे। देवगौड़ा जी के छह बच्चे हैं, नरसिम्हा राव जी के आठ बच्चे थे।

उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री जी से जो लोग बुलवा रहे हैं, पहले उनको यह सब देख लेना चाहिए था। यह कोई मुद्दा नहीं है और बात मुद्दे की होनी चाहिए।उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि नीतीश कुमार क्यों नहीं विशेष राज्य के दर्जे, विशेष पैकेज की मांग कर रहे हैं। बिहार के विकास की बात होनी चाहिए।

इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कटिहार में एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के परिवारवाद को लेकर जोरदार तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि खुद हटे तो पत्नी को मुख्यमंत्री बना दिया। फिर दोनों बेटे को लाए और दो बेटी को भी ले आए।

उन्होंने आगे कहा, “पैदा तो बहुत कर दिए। इतना ज्यादा पैदा करना चाहिए किसी को, बाल बच्चा। लेकिन उतना किया। उसी में से दो बेटा और दो बेटी को लगा दिया।”