September 8, 2024

असम और मिजोरम में रेमल चक्रवात से भारी तबाही ,30 लोगों की मौत ,दर्जनों हुए घायल !

अखिलेश अखिल 
 चक्रवात रेमल के प्रकोप से चलीं तेज हवाओं और भारी बारिश ने असम और मिज़ोरम में भारी नुक्सान पहुंचाया है। असम में जहाँ चार लोगों की मौत की खबर है वही मिजोरम में करीब 25 लोगों के मारे जाने की खबर है। इस चक्रवात से दर्जनों लोगों के घायल होने की भी खबर है। बड़ी संख्या में लोग लापता भी बताये जा रहे हैं। 

असम  के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि नगांव, होजाई, वेस्ट कार्बी आंगलोंग, गोलाघाट, दिमा हसाओ, कछार, हैलाकांडी और करीमगंज में मौसम के खराब रहने के आसार हैं और बेहद भारी बारिश हो सकती है तथा लगभग 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से तूफानी हवा चल सकती है।

कामरूप जिले के सतगांव इलाके के नवज्योति नगर में एक घर पर पेड़ गिरने से 19 वर्षीय मिंटू तालुकदार की मौत हो गई और उसके पिता भी घायल हो गए। कामरूप जिले में 60 वर्षीय महिला पर एक पेड़ गिर गया जिसे घायल अवस्था में गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज सह-अस्पताल में ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। महिला की पहचान लावण्या कुमारी के रूप में हुई।

अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा, लखीमपुर जिले के गेरुकामुख में एनएचपीसी की निर्माणाधीन लोअर सुबनसिरी जलविद्युत परियोजना में लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन में एक व्यक्ति की मौत हो गयी। मृतक की पहचान पुतुल गोगोई के रूप में की गई है।

चक्रवात के प्रकोप से सड़क पर पेड़ गिर जाने से दिघलबोरी से मोरीगांव की ओर जा रहे रिक्शे में सवार कॉलेज छात्र कौशिक बोरदोलोई अम्फी की मौत हो गई। रिक्शे में सवार अन्य चार लोग घायल हो गए।

सोनितपुर जिले के ढेकियाजुली में एक स्कूल बस पर पेड़ गिर गया और 12 बच्चे घायल हो गये। उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। कामरूप जिले के पलाशबाड़ी इलाके में एक अन्य व्यक्ति पेड़ गिरने से बचने की कोशिश में घायल हो गया।

अधिकारियों ने कहा कि तेज हवाओं के कारण गुवाहाटी समेत राज्य के कई इलाकों में पेड़ गिरने की समस्या सामने आ रही है। बिजली के खंभे गिरने से असम के निचले क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है और विभिन्न शहरों से जलभराव की सूचना मिली है।

उन्होंने बताया कि प्रभावित जिलों में कामरूप (मेट्रो), धुबरी, गोलपाड़ा, कामरूप, मोरीगांव, नागांव, सोनितपुर और दीमा हसाओ शामिल हैं। मोरीगांव, नागांव और दीमा हसाओ में स्कूल और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है।

उधर ,मिजोरम में चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ के प्रभाव के चलते मूसलाधार बारिश और भूस्खलन की घटनाओं में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से 14 की मृत्यु पत्थर की खदान धंसने से हुई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन के बाद से कई अन्य लोग लापता हैं। राज्य की राजधानी का अधिकतर हिस्सा कई घंटों तक देश के बाकी हिस्सों से कटा रहा और शहर को प्राकृतिक आपदा का खामियाजा भुगतना पड़ा।

मिजोरम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि एक भीषण भूस्खलन के कारण आइजोल जिले में पत्थर की खदान धंसने से दो नाबालिगों समेत कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई और आठ अन्य लापता हो गए।

असम में मंगलवार को चक्रवात के बाद तेज हवा के साथ भारी बारिश हुई और इनसे जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई और 18 अन्य घायल हो गए।

नगालैंड में, चार लोगों की मौत हो गई और 40 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा, जबकि मेघालय में भारी बारिश के कारण दो लोगों की मौत हो गई और 500 से अधिक अन्य घायल हो गए।

मिजोरम के एक अधिकारी ने बताया कि घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी हिस्से में स्थित मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई।

मिजोरम के पुलिस महानिदेशक अनिल शुक्ला ने बताया, ‘‘पत्थर की खदान पिछले तीन दशक से बंद थी और खदान के पास बने घर ढह गए।’’ उन्होंने कहा कि बारिश की वजह से बचाव कार्य में बाधा आ रही है।